सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भोपाल में आयोजित “क्षेत्रीय नीति संवादः जलवायु परिवर्तन और इसका कृषि पर प्रभाव” विषयक कार्यक्रम में जलवायु संकट से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के सहकारिता, खेल और युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने कहा कि जलवायु परिवर्तन भारतीय कृषि के लिए एक तात्कालिक और गंभीर संकट है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच का उल्लेख करते हुए सभी नागरिकों से मिलकर निर्णायक कदम उठाने की अपील की।


यह संवाद सस्टेनेबिलिटी मैटर्स द्वारा इंडिअग्री और सोलिडारिडैड के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें कृषि वैज्ञानिकों, नीति विशेषज्ञों, किसानों और उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लिया। संवाद का उद्देश्य जलवायु के अनुकूल कृषि की दिशा में वैज्ञानिक और व्यावहारिक समाधान खोजने का था।
सोलिडारिडैड के जनरल मैनेजर सुरेश मोटवानी ने कहा कि सच्चा जलवायु लचीलापन खेत स्तर से शुरू होता है, परंतु इसके लिए नवाचार और समेकित नीति समर्थन आवश्यक है। विशेषज्ञों ने माइक्रो-इरिगेशन, वॉटरशेड डेवलपमेंट और विकेन्द्रीकृत जल शासन जैसे टिकाऊ उपायों को अपनाने की सिफारिश की।
कार्यक्रम का समापन सस्टेनेबिलिटी अवॉर्ड्स 2025 के साथ हुआ, जिसमें कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को आठ श्रेणियों में सम्मानित किया गया। यह संवाद राष्ट्रीय श्रृंखला का हिस्सा है, जिसका अगला आयोजन चंडीगढ़, पटना और गुवाहाटी में किया जाएगा।

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