सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए पहले और दूसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया पूरी होने के साथ अब मतदान की तैयारियों पर 13 लोकसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारियों और कलेक्टरों की टीम ने फोकस किया है।
इसके लिए चुनावी ट्रेनिंग शुरू हो गई है। इस बीच संविदा कर्मचारियों की ड्यूटी नहीं लगाने के मुख्य चुनाव आयुक्त के निर्देश तथा अतिथि शिक्षकों व परीक्षा मूल्यांकन में तैनात शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाने को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग के अफसरों के आदेश कलेक्टरों तक पहुंच रहे हैं। इसके बाद अब पहले से ही चुनाव के लिए कर्मचारियों का संकट झेल रहे कलेक्टरों के समक्ष और भी दिक्कतें होना तय हो गई है। हालांकि चुनाव आयोग अतिथि शिक्षकों और आउटसोर्स कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी में लगाने से मना कर चुका है।
संचालक ने लिखा पत्र
ताजा मामला लोक शिक्षण संचालनालय का है जहां से सभी कलेक्टरों के लिए फरमान जारी हुआ है कि अतिथि शिक्षकों की सेवाएं चुनाव कार्य में न ली जाएं। विभाग के संचालक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अतिथि शिक्षकों की सेवाएं स्कूल शिक्षा विभाग में शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 30 अप्रेल तक मान्य की गई हैं। इस तारीख के बाद अतिथि शिक्षकों को मानदेय भुगतान करने का प्रावधान नहीं है। इसलिए चुनाव के कार्य में अतिथि शिक्षकों को न लगाया जाए और अगर विशेष परिस्थिति में ऐसा करना जरूरी ही हो तो उनकी ड्यूटी 30 अप्रेल तक ही चुनाव कार्य में लगाई जाए।
संचालक के इस आदेश के बाद कर्मचारियों के भारी संकट की स्थिति में पहले और दूसरे चरण के लिए 19 और 26 अप्रेल को होने वाले मतदान में तो कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अतिथि शिक्षकों की सेवाएं ले सकते हैं लेकिन तीसरे और चौथे चरण में सात और 13 मई को होने वाले मतदान के लिए इनकी ड्यूटी नहीं लगाई जा सकेगी।
इनको मुक्त रखने लिख चुका है माध्यमिक शिक्षा मंडल
हाईस्कूल हायर सेकेंडरी परीक्षा मूल्यांकन वाले टीचर्स की ड्यूटी चुनाव कार्य में नहीं लगाने को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल पहले ही कलेक्टरों को पत्र लिख चुका है। इसमें कहा गया है कि चूंकि अगले माह हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा के परिणाम घोषित किए जाने हैं, इसलिए मूल्यांकन का काम जिलों में तेजी से कराया जा रहा है। ऐसे में मूल्यांकन कर रहे शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी लगाने पर मूल्यांकन और परीक्षा परिणाम प्रभावित होगा। इसलिए कलेक्टर मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों की ड्यूटी न लगाएं।
संविदा कर्मियों को लेकर सीईसी दे चुके हैं हिदायत
उधर संविदा कर्मचारियों और अधिकारियों की चुनाव में ड्यूटी लगाए जाने को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार कलेक्टरों को हिदायत दे चुके हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ संविदा स्टाफ को चुनाव में नहीं लगाने के साथ यह हिदायत दी थी और कहा था कि कुछ राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मना करने के बाद भी कलेक्टरों ने संविदा स्टाफ की ड्यूटी लगा दी थी। इस बार ऐसा हुआ तो आयोग एक्शन लेगा।