सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कनाडा के विपक्षी लीडर पियरे पॉलिवर ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को सनकी कहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार को कनाडा की संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में ड्रग ओवरडोज पर लगाम लगाने के मुद्दे पर चर्चा चल रही थी।

इस दौरान कंजर्वेटिव पार्टी के लीडर पियरे ने अपनी स्पीच में कहा, “हम सनकी प्रधानमंत्री की तरफ से बनाए गए इस नीति से कब छुटकारा पाएंगे।” इसके बाद कनाडा की संसद के साउस स्पीकर ग्रेग फेरगस ने पॉलिवर से 4 बार अपना बयान वापस लेने को कहा।

उन्होंने पियरे के शब्दों को गैर-संसदीय भाषा करार दिया। हालांकि, पॉलिवर ने स्पीकर की बात नहीं मानी। उन्होंने सनकी की जगह कट्टरपंथी शब्द इस्तेमाल करने का भी विकल्प रखा।

स्पीकर ग्रेग बोले- पियरे ने मेरे पद का अपमान किया

इसके बाद स्पीकर ग्रेग ने कहा, “आप स्पीकर की पद का अपमान कर रहे हैं। मैं आपको आज के पूरे सेशन के लिए संसद से बाहर जाने का आदेश देता हूं।” इसके बाद विपक्षी लीडर अपनी पार्टी के सांसदों के साथ हाउस ऑफ कॉमन्स से बाहर चले गए। संसद से बाहर निकलने के बाद भी सोशल मीडिया पर पॉलिवर ने अपना बयान दोहराया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रूडो और पॉलिवर के बीच अच्छे संबंध नहीं हैं। ट्रूडो विपक्षी नेता को कट्टरपंथी और ट्रम्प समर्थक कहते हैं। मंगलावर की घटना के बाद उन्होंने कहा, “पॉलिवर दक्षिणपंथी समुदाय के साथ बहुत ज्यादा समय बिताते हैं। यह कनाडा के लोगों और लोकतंत्र के लिए खतरा है। यह एक जिम्मेदार लीडरशिप की निशानी नहीं है।”

PM चुनाव के सर्वे में ट्रूडो से आगे पियरे

जस्टिन ट्रूडो नवंबर 2015 में कनाडा के 23वें प्रधानमंत्री बने थे। वे अप्रैल 2013 से लिबरल पार्टी के नेता हैं। अक्टूबर 2025 में कनाडा में आम चुनाव होने वाले हैं। इसके पहले वहां प्रधानमंत्री चेहरे के सर्वे हो रहे हैं। इन सर्वे में ट्रूडो काफी पीछे नजर आ रहे हैं। उनकी लोकप्रियता कम होती दिख रही है। सर्वे के मुताबिक उनकी लिबरल पार्टी भी कंजर्वेटिव पार्टी से पिछड़ रही है।

पियरे पॉलिवर कई बार ट्रूडो और उनकी नीतियों की आलोचना करते रहते हैं। खालिस्तान के मुद्दे पर भारत के साथ तनाव के मामले में पियरे ने ट्रूडो की निंदा की थी। इसके अलावा पिछले साल कनाडा की संसद में नाजी सैनिक के सम्मान के मामले में भी पियरे ने ट्रूडो पर तंज कसा था।

‘ट्रूडो को ताकत चाहिए तो जिम्मेदारी भी समझें’

ट्रू़डो के माफी मांगने से पहले पॉलीवर ने कहा था- ये कनाडा के इतिहास में डिप्लोमैटिक लेवल पर सबसे ज्यादा शर्मिंदगी की बात है। ट्रूडो हमेशा किसी और पर इल्जाम लगाते हैं, लेकिन सच ये है कि ताकत के साथ जिम्मेदारी भी संभालनी पड़ती है। अगर ट्रूडो को पावर चाहिए तो उन्हें संसद में आकर मामले की जिम्मेदारी लेते हुए माफी मांगनी पड़ेगी।