सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : इंग्लैंड के व्हाइट बॉल कप्तान जोस बटलर ने कहा कि क्रिकेट सीरीज के दौरान परिवार के साथ होने से खेल पर असर नहीं पड़ता। उन्होंने कहा, लंबे दौरों पर खुद को मोटिवेट और रिफ्रैश रखने के लिए फैमिली का साथ चाहिए। कोविड के बाद से तो अपनों को साथ रखना और उनके साथ रहना और भी ज्यादा जरूरी हो गया है।
बटलर का यह बयान भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज शुरू होने से पहले आया। दूसरी ओर, BCCI ने न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज हारने के बाद इंडियन प्लेयर्स के फैमिली से मिलने पर टाइम लिमिट लगा दी। कप्तान रोहित शर्मा खुद इस फैसले से खुश नजर नहीं आए।
फैमिली के साथ समय बिताना जरूरी भारत और इंग्लैंड के बीच टी-20 सीरीज का पहला मैच 22 जनवरी को खेला जाएगा। बटलर ने मैच से पहले कहा, ‘मुझे लगता है ये बेहद जरूरी है। हम एक मॉडर्न वर्ल्ड में रहते हैं और ऐसे समय में परिवार को भी साथ होना चाहिए, ताकि हम हमारे गम और खुशियों को फैमिली मेंबर्स के साथ भी बांट सकें।’
क्रिकेट में बहुत ज्यादा टाइम इन्वेस्ट होता है बटलर ने आगे कहा, ‘प्लेयर के रूप में क्रिकेट फील्ड पर बहुत ज्यादा टाइम इन्वेस्ट होता है। खिलाड़ी लंबे समय तक अपने घर से दूर रहते हैं। कोविड के बाद से तो परिवार के साथ समय बिताना और भी जरूरी हो गया है। मुझे बिलकुल नहीं लगता कि परिवार के साथ होने से खेल पर बुरा असर पड़ता है।
लंबे दौरों पर परिवार को मैनेज किया जा सकता है। मुझे लगता है दूसरे देश में लंबे समय तक क्रिकेट खेलने के दौरान प्लेयर्स मेंटली परेशान होने लगते हैं। खासकर तब जब नतीजे अपने हक में न मिले, ऐसे में जरूरी है कि परिवार के किसी मेंबर के साथ हम अपना टाइम बिता पाएं।’
BCCI ने सख्त किए परिवार के नियम न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 और ऑस्ट्रेलिया में 3-1 से टेस्ट सीरीज हारने के बाद BCCI ने खिलाड़ियों को लेकर 10 नियम बना दिए। इनमें एक नियम परिवार को लेकर था, जिसमें कहा गया कि 45 से ज्यादा दिन के दौरों पर फैमिली मेंबर्स 2 सप्ताह तक ही खिलाड़ियों के साथ रह सकेंगे। इतना ही नहीं, प्लेयर्स को अपने परिवार से मिलने के लिए टीम के हेड कोच गौतम गंभीर से परमिशन भी लेनी होगी।
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