सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: राज अर्जुन, जो पहले एक बिजनेस फैमिली से ताल्लुक रखते थे, ने एक अभिनेता बनने का सफर शुरू किया, जो संघर्षों से भरा था। उन्होंने अक्षय कुमार की फिल्म “राउडी राठौर” में काम किया है, जिसमें उनका रोल छोटा था, लेकिन इसी फिल्म ने उन्हें पहचान दिलाई।

राज अर्जुन ने बताया कि “जब मैं मुंबई पहुंचा, तो मुझे रेलवे प्लेटफॉर्म पर रात बितानी पड़ी। उस समय मेरे पास कोई ठिकाना नहीं था।” उन्होंने अपने संघर्षों के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें काम के लिए लोगों से गिड़गिड़ाना पड़ा और आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

राज ने भोपाल में सैफिया कॉलेज में पढ़ाई की और थिएटर के प्रति अपनी रुचि को बढ़ाया। उन्होंने भारत भवन में नाटक देख कर अभिनय में कदम रखा और लगातार नाटक करते रहे। लेकिन फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश करने के बाद भी उन्हें संघर्ष करना पड़ा।

राज ने कहा, “मुझे पहले सिर्फ एक या दो सीन वाले रोल मिलते थे। 2002 में फिल्म ‘कंपनी’ में मैंने सिर्फ एक सीन किया था, जिसके लिए मुझे केवल दो हजार रुपए मिले।” इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और “सीक्रेट सुपरस्टार” जैसी सफल फिल्मों में काम किया।

अभिनेत्री रश्मिका मंदाना के साथ “डियर कॉमरेड” और कंगना रनौत की “थलाइवी” में भी उनके काम को सराहा गया। राज ने कहा, “आज मैं सफलता के उस स्टेज पर पहुंच चुका हूं, जहां मैं बिना किसी सिफारिश के काम पाने में सक्षम हूं।”

राज अर्जुन की कहानी प्रेरणादायक है, जो दिखाती है कि मेहनत और धैर्य से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।