सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : केंद्रीय बजट 2025: संतुलित वित्तीय योजना और दीर्घकालिक विकास की दिशा में कदम केंद्रीय बजट 2025 समझदारी भरी वित्तीय योजना का एक सराहनीय उदाहरण है, जो तात्कालिक आवश्यकताओं और दीर्घकालिक विकास दोनों को ध्यान में रखता है। पूंजीगत व्यय और बुनियादी ढांचे के विकास पर दिया गया जोर अर्थव्यवस्था को गति देने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, खासकर वर्तमान वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बीच।

कृषि और मध्यम वर्ग को समर्थन

सरकार द्वारा कृषि और मध्यम वर्ग के लिए संसाधनों का आवंटन यह सुनिश्चित करता है कि महत्वपूर्ण क्षेत्रों को आवश्यक सहायता मिले और समावेशी आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले। इससे व्यापक आर्थिक स्थिरता को बल मिलेगा।

बुनियादी ढांचे पर केंद्रित रणनीति

बुनियादी ढांचे के विकास पर दिया गया ध्यान नए रोजगार के अवसर पैदा करेगा और बेहतर कनेक्टिविटी, लॉजिस्टिक्स और समग्र उत्पादकता की नींव रखेगा, जिससे आने वाले वर्षों में कई क्षेत्रों को लाभ मिलेगा।

उद्योग और MSME क्षेत्र को मजबूती

जैसे ही ब्याज दरों में गिरावट आएगी, विनिर्माण और MSME क्षेत्र में पूंजीगत निवेश और विस्तार की संभावनाएं बढ़ेंगी, जिससे घरेलू खपत में वृद्धि होगी और निर्यात को भी बढ़ावा मिलेगा।

संयमित और समग्र दृष्टिकोण

इस बजट में अल्पकालिक आर्थिक मजबूती और दीर्घकालिक विकास की स्पष्ट समझ झलकती है। राजकोषीय प्रोत्साहन और संरचनात्मक सुधारों के संतुलित मिश्रण के साथ, यह बजट भारत को स्थायी आर्थिक प्रगति की दिशा में आगे बढ़ाने की क्षमता रखता है।

#बजट2025 #आर्थिकविकास #निवेश #वित्तीयस्थिरता