भोपाल ।अगले महीने तक बरकतउल्ला विश्वविद्यालय (बीयू) विद्यार्थियों को डिजिटल लॉकर की सुविधा देने जा रहा है। अप्रैल तक विद्यार्थियों का डाटा आनलाइन कर दिया जाएगा। इससे देश ही नहीं, बल्कि विदेश की भी कंपनियां आसानी से विद्यार्थियों के दस्तावेजों का आनलाइन सत्यापन कर सकेंगी। भोज मुक्त विवि के विद्यार्थियों को यह सुविधा दी जाएगी। इससे करीब साढ़े सात लाख विद्यार्थियों का डाटा आनलाइन किया जाएगा। बीयू और भोज मुक्त विश्वविद्यालय के सत्र 2016-17, 2017-18 और 2018-19 में प्रवेशित विद्यार्थियों का डाटा डिजिटल किया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग ने दोनों विश्वविद्यालयों को इसके लिए 31 मार्च तक का समय दिया है। इसमें विद्यार्थियों की मार्कशीट व अन्य दस्तावेज डिजिटल रखे जाएंगे।
राज्य के अन्य विवि 30 अप्रैल तक अपने विद्यार्थियों का डाटा डिजिटल करेंगे। इसके बाद शेष कक्षाओं और सत्रों के विद्यार्थियों का डाटा डिजिटल किया जाएगा। दरअसल बीयू विद्यार्थियों को डिग्री करने के बाद कहीं से नौकरी का प्रस्ताव मिलता है, तब उन्हें सबसे ज्यादा परेशानी कंपनियों द्वारा दस्तावेज सत्यापन कराने में होती है। दो-दो माह तक सत्यापन के पत्र बीयू में पड़े रहते हैं। ऐसे में कई बार विद्यार्थियों को नौकरी के आफर को छोड़ना पड़ता है, इसलिए अब बीयू अपने विद्यार्थियों को डिजी लाकर की सुविधा देने जा रहा है। यह प्रोजेक्ट पायलट प्रोजेक्ट के तहत दिया गया है। बीयू के साथ राजधानी के भोज मुक्त विवि को प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। इससे अब कोई भी कंपनी एक मिनट में विद्यार्थियों का आनलाइन सत्यापन कर लेगी।
इसके लिए उन्हें बीयू या विद्यार्थियों से कोई भी पत्र व्यवहार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कोई भी कंपनी बीयू और भोज विवि के किसी भी विद्यार्थी का आनलाइन सत्यापन करने के लिए डिजी लॉकर में जाना होगा। इसके लिए उन्हें एक लॉगिन दिया जाएगा। इसमें बीयू या भोज का पासवर्ड मिलेगा। इस पासवर्ड के मिलने के बाद वे लॉकर खोल पाएंगे। इसके बाद विद्यार्थी का रोल नंबर डालते ही विद्यार्थी की मार्कशीट, डिग्री आदि सबकुछ सामने आ जाएंगे। इस बारे में बरकतउल्ला विवि के कुलपति प्रो आरजे राव का कहना है कि पिछले साल से डिजिटल लाकर प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है। मार्च में इसका शुभारंभ हो जाएगा। अप्रैल से विद्यार्थियों का डाटा आनलाइन कर दिया जाएगा।