सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: गोंडा में भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह चुनावी मंच पर भावुक हो गए। उन्होंने कहा- डेढ़ साल से मेरे साथ षड्यंत्र किया जा रहा है। मेरे शरीर पर इतने वार हुए कि यह शरीर अब पत्थर का हो चुका है, लेकिन मैं चुप नहीं रह सकता। अभी खेला होना बाकी है।

उन्होंने मुसलमानों से कहा- कोई कहे या न कहे आप हमारा ही खून हो, आपका और हमारा DNA एक है। अगर हम और आप चेक करवा लें, तो 5 पीढ़ी पहले हमारा आपका DNA एक ही निकलेगा। हम आप पहले भाई-भाई थे।

विपत्ति-आपातकाल का समय, साथ दीजिए

बृजभूषण कैसरगंज में बेटे करण के लिए प्रचार कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा- इस बार ऊसर में बिया मत बोइये। इस बार कमल में बिया बोइए। हमारे ऊपर अहसान हो जाएगा। क्योंकि यह विपत्ति और आपातकाल का समय है, इसलिए साथ दीजिए।

उन्होंने कहा-600 किमी दूर हरियाणा में बैठकर, जो हमारे खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं। हमारा राजनीतिक भविष्य समाप्त कर देना चाहते हैं, आपका वोट उनके गाल पर तमाचा होगा। उन लोगों को सही जवाब मिल जाएगा कि किससे पाला पड़ा है।

हम चुप नहीं रह सकते, इसीलिए हमारे साथ षड्यंत्र होता रहता है। 1996 में भी हमारे साथ षड्यंत्र हुआ, तब हमारी पत्नी सांसद बनी थीं। 2024 में हमारे साथ षड्यंत्र हुआ।

भाजपा ने कैसरगंज सीट से बृजभूषण का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण को दिया है।

मेरी तरह बेटा भी 33 साल में बनेगा सांसद

बृजभूषण ने कहा- एक पिता के लिए इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि उसका बेटा सांसद बनने जा रहा है। मैंने कुछ भी नहीं खोया है। मैं भी 33 साल की उम्र में सांसद बना था। अब 33 की उम्र में मेरा बेटा सांसद बनने जा रहा है।

बुलडोजर नीति पर भी दिया था बयान

3 दिन पहले बृजभूषण ने बुलडोजर नीति को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा- मैंने पहले भी सार्वजनिक मंच से बयान दिया था। आपको याद होगा गोरखपुर का एक मामला था, हमसे पूछा गया, तो मैंने कहा था मैं बुलडोजर नीति का विरोधी हूं।

आज फिर सार्वजनिक मंच से कहा रहा हूं, मैं बुलडोजर नीति का विरोधी हूं। किसी का घर बड़ी मुश्किल से बनता है। मेरे भाइयों बृजभूषण सिंह ऐसा व्यक्ति है, जो आपके दुख और दर्द को समझता है। मैं इसकी नाराजगी भी झेल रहा हूं। लेकिन कोई बात नहीं, मैं विरोध करता रहूंगा।

विवादों के लिए भी मशहूर हैं ब्रजभूषण

रांची में अंडर-15 नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण ने एक पहलवान को मंच पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। दरअसल, उस पहलवान की उम्र ज्यादा थी। वो बृजभूषण के कॉलेज के नाम पर प्रतियोगिता में शामिल होना चाहता था। वहां बृजभूषण बैठे थे और उन्होंने पहलवान पर हाथ छोड़ दिया।