सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : उत्तरी सीरिया के अलेप्पो प्रांत में सोमवार को एक कार बम विस्फोट में 15 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक अलेप्पो के मनबीज शहर के बाहरी इलाके में खेतिहर मजदूरों को ले जा रही कार में बम विस्फोट हुआ, जिसमें 14 महिलाएं और 1 पुरुष की मौत हो गई है। इसके अलावा 15 महिलाएं घायल हैं।

वहीं, ब्रिटेन स्थित द सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि इस विस्फोट में 18 महिलाओं समेत एक पुरुष मारा गया है। अलेप्पो के मनबीज में पिछले साल दिसंबर में बशर अल असद का तख्तापलट के बाद भी हिंसा जारी है।

सीरिया में हाल ही में अंतरिम सरकार की स्थापना की गई है। हालांकि ये सरकार लगातार इस्लामिक स्टेट (ISIS) और अन्य आतंकी संगठनों की चुनौतियों से जूझ रही है। शनिवार को भी मनबीज में एक कार बम विस्फोट में 4 नागरिकों की मौत हो गई थी और 9 घायल हुए थे।

सऊदी की यात्रा पर सीरियाई राष्ट्रपति

सीरिया में हाल ही में विद्रोही गुट तहरीर अल शाम (HTS) के नेता अबु मोहम्मद अल जुलानी जिन्हें अहमद अल-शरा के नाम से भी जाना जाता ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली है। इसके बाद वो रविवार को अपनी पहली विदेश यात्रा पर सऊदी अरब पहुंचे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जुलानी इस कदम से सीरिया की ईरान समर्थक देश की छवि बदलना चाहते हैं।

2011 में अरब क्रांति के समय सऊदी उन अरब देशों में से एक था जिसने सीरिया में बशर अल असद को सत्ता से हटाने की कोशिश की थी। इसके लिए विद्रोही ग्रुप्स को पैसे भी दिए गए थे। हालांकि असद ने रूस और ईरान की मदद से विद्रोह को काबू कर लिया था।

सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के सऊदी अरब के शाही महल में मुलाकात की तस्लवीर।
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा के सऊदी अरब के शाही महल में मुलाकात की तस्लवीर।

जुलानी ने कैसे किया तख्तापलट

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2016 में जब सीरिया का गृह युद्ध थमा तब से जुलानी अपनी लड़ाकों को मजबूत करने में जुट गया। चीन के उईगर मुसलमानों से लेकर अरब और सेंट्रल एशिया से लोगों की मदद से उसने अपनी फौज तैयार की।

उसने सही समय का इंतजार किया, जो इजराइल-हमास जंग और रूस-यूक्रेन जंग की वजह से आया। 2022 में यूक्रेन में जंग शुरू हो गई और रूस वहां व्यस्त हो गया। इसके चलते रूस ने अपने सैनिकों को सीरिया से निकाल लिया।

फिर 2023 में इजराइल और हमास के बीच जंग शुरू हुई। नतीजा ये हुआ कि ईरान और हिजबुल्लाह जो सीरिया में असद की मदद कर रहे थे वे अब उन पर ध्यान नहीं दे पाए। हसन नसरल्लाह की मौत के बाद हिजबुल्लाह कमजोर हो गया। इसी का फायदा उठाकर जुलानी ने सीरियाई सेना पर हल्ला बोल दिया और 11 दिन में राष्ट्रपति का तख्तापलट कर दिया।

7 दिसंबर को असद सरकार के खात्मे के बाद 8 दिसंबर को दमिश्क की उमय्यद मस्जिद में भाषण देता जुलानी।
7 दिसंबर को असद सरकार के खात्मे के बाद 8 दिसंबर को दमिश्क की उमय्यद मस्जिद में भाषण देता जुलानी
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