मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता बॉबी देओल पिछले दो वर्षों में अपनी कुछ सफल वेब फिल्मों और वेब श्रृंखलाओं के माध्यम से दर्शकों की एक नई पीढ़ी से जुड़े हैं। अभिनेता का कहना है कि वेब शो के माध्यम से मिली हालिया सफलता से उनके पिता काफी भावुक और गर्व महसूस कर रहे हैं। एक बातचीत में बॉबी ने साझा किया कि हां, वह हिंदी सिनेमा के स्टार हैं लेकिन हमारे लिए, वह हमारे पापाजी हैं।

वह बहुत भावुक हैं और मेरी वर्तमान सफलता पर भी गर्व करते हैं क्योंकि ओटीटी का यह माध्यम उनकी पीढ़ी के लिए बहुत अलग और नया है। बॉबी ने 1995 में फिल्म ‘बरसात’ से बॉलीवुड में अपनी शुरूआत की थी, जिसके बाद उन्होंने ‘करीब’, ‘सोल्जर’, ‘बिच्छू’, ‘अजनबी’, ‘हमराज’ और ‘यमला पगला दीवाना’ जैसी कुछ सफल फिल्में दीं। उन्होंने 2020 में नेटफ्लिक्स फिल्म ‘क्लास ऑफ 83’ और वेब सीरीज ‘आश्रम’ से अपना ओटीटी डेब्यू किया था।

जी5 पर उनकी नवीनतम रिलीज ‘लव हॉस्टल’ नामक एक फीचर फिल्म है, जो एक शंकर रमन निर्देशित है, जिसमें सान्या मल्होत्रा और विक्रांत मैसी भी हैं। बॉबी के मुताबिक यंगस्टर्स के साथ काम करने की वजह से वह एक क्रिएटिव पर्सन के तौर पर भी आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि नई पीढ़ी के अभिनेताओं, निर्देशकों, लेखकों का अपने काम के प्रति एक बहुत ही अनूठा दृष्टिकोण है।

ऐसा ही एक वाकया शेयर करते हुए बॉबी ने कहा कि इससे पहले कि हम ‘लव हॉस्टल’ की शूटिंग शुरू करते, जिस हॉस्टल में हम ठहरे थे, एक शाम सान्या और विक्रांत मेरे कमरे में मुझसे मिलने आए। “वह पहली बार था जब हम मिल रहे थे। वे दोनों बस इस बारे में बात कर रहे थे कि वे ‘सोल्जर’, ‘हमराज’ के उन गानों पर कैसे डांस करते थे, उन्हें ‘बिच्छू’ जैसी मेरी फिल्में पसंद आईं। वे बहुत प्यारे हैं और साथ ही साथ अपने काम के लिए जुनूनी हैं। मुझे ऐसा उत्साह पसंद है।