आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : फिल्म ‘एनिमल’ 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है। इसमें बॉबी देओल विलेन बने नजर आएंगे। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि फिल्म में बॉबी का कैरेक्टर बहुत ही यूनीक है। ‘एनिमल’ में उनका एक भी डायलॉग सुनने को नहीं मिलेगा, लेकिन वो सरप्राइज पैकेज से कम नहीं होंगे।

वैसे, ‘एनिमल’ करियर के लिहाज से बॉबी के लिए बेहद अहम् फिल्म है। वो बॉलीवुड में 28 साल से हैं, लेकिन आज तक एक ब्लॉकबस्टर फिल्म के लिए तरस रहे हैं। उनकी 40 में से 28 फिल्में डिजास्टर साबित हुई हैं और केवल 6 फिल्में हिट हुई हैं। बुरे दौर में उन्होंने सलमान खान से मदद मांगते हुए कहा था, ‘मामू मुझे काम दे।’

उम्मीद की जा रही है कि ‘एनिमल’ के जरिए बॉबी के करियर से ब्लॉकबस्टर फिल्मों का सूखा मिट जाएगा और उन्हें जबरदस्त सफलता मिलेगी।

कैसे फिल्मों में आए बॉबी और बॉलीवुड में कितना मुश्किल रहा उनका सफर, चलिए नजर डालते हैं।

8 साल की उम्र में शुरू की एक्टिंग

बॉबी देओल ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्म धरम-वीर से की थी। 1977 में आई इस फिल्म में बॉबी के पिता धर्मेंद्र ने लीड किरदार निभाया था। उस दौरान बॉबी महज 8 साल के थे।

1995 में ‘बरसात’ से किया डेब्यू

बतौर हीरो बॉबी ने 1995 में रिलीज हुई फिल्म ‘बरसात’ से डेब्यू किया था। इस फिल्म से ट्विंकल खन्ना ने भी अपने करियर की शुरुआत की थी। फिल्म को रिलीज होने में काफी मुश्किलें आई थीं। एक इंटरव्यू में बॉबी ने बताया था कि इसे बनने में पूरे पांच साल लग गए थे; क्योंकि पहले शेखर कपूर फिल्म डायरेक्ट करने वाले थे, लेकिन 27 दिन की शूटिंग के बाद उन्होंने फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ के लिए फिल्म ‘बरसात’ को छोड़ दिया था।

इसके बाद फिल्ममेकर राजकुमार संतोषी फिल्म से जुड़े लेकिन उन्होंने स्क्रिप्ट में कुछ बदलाव करने के लिए कहा, जिससे इसकी मेकिंग और डिले हो गई। फिल्म ‘बरसात’ जब बननी शुरू हुई तो बॉबी 22 साल के थे और रिलीज के वक्त वो 26 साल के हो चुके थे। फिल्म सुपरहिट रही। बादल का किरदार निभाकर पहली ही फिल्म से बॉबी को देशभर में पहचान मिली और फिल्मफेयर बेस्ट डेब्यू अवॉर्ड भी मिला।

जब ‘बरसात’ ने तोड़ा DDLJ का रिकॉर्ड

‘बरसात’ 10 करोड़ में बनी थी। इसकी टोटल कमाई 19.56 करोड़ थी। फिल्म ने 1995 में आई शाहरुख खान की फिल्म ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ की ओपनिंग का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया था। ‘बरसात’ का ओपनिंग डे कलेक्शन 68 लाख रूपए और वीकेंड कलेक्शन 1.96 करोड़ रुपए था। वहीं, DDLJ ने पहले दिन 55 लाख और पहले वीकेंड पर 1.56 करोड़ का बिजनेस किया था।

3 हिट देने के बाद पिटने लगीं फिल्में

फिल्म ‘बरसात’ के बाद बॉबी ने अपने करियर में 3 फिल्में ‘गुप्त’ (1997), ‘सोल्जर’ (1998) और ‘बादल’ (2000) जैसी हिट दी थीं। इसके बावजूद बॉबी को खास फिल्में नहीं मिलीं। उन्होंने कुछ फिल्में कीं जैसे ‘किस्मत’, ‘बर्दाश्त’, ‘अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों’, ‘झूम बराबर झूम’, ‘नन्हे जैसलमेर’, ‘पोस्टर ब्वायज’ लेकिन ये सब पिट गईं। उन्हें छोटे-मोटे साइड रोल मिलने लगे। 2011 में उन्होंने फिल्म ‘यमला पगला दीवाना’ में काम किया था, लेकिन इस मल्टीस्टारर फिल्म से बॉबी के करियर को कुछ खास फायदा नहीं मिला।

काम न मिलने पर नशे में डूबे बॉबी

एक समय ऐसा आया जब बॉबी को फिल्मों के अच्छे ऑफर मिलने बंद हो गए। एक ओर पिता धर्मेंद्र और भाई सनी देओल का फिल्म इंडस्ट्री में बहुत नाम है। वहीं, बॉबी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के लिए जूझने लगे। इस बात से वो परेशान रहने लगे और नशे में डूबने लगे।

बॉबी ने एक पुराने इंटरव्यू में कहा था, ‘मैं इतनी शराब पीने लगा था कि मुझे खुद पर तरस आने लगा था। मैं सोचता था कि आखिर मुझमें क्या कमी है जो लोग मेरे साथ काम नहीं करना चाहते। मैंने शराब का सहारा लेकर खुद को सबसे दूर कर लिया’।

नाइटक्लब में DJ बन गए थे बॉबी

2014-2016 के आसपास जब कोई काम नहीं था तो इससे परेशान होकर बॉबी हाई प्रोफाइल नाइटक्लब और पब्स में डीजे बन गए। बॉबी ने तकरीबन दो साल तक ये काम किया। एक बार दिल्ली के क्लब में बॉबी का बतौर डीजे प्रोग्राम था जिसके सारे टिकट हाथों हाथ बिक गए थे, लेकिन बाद में इस इवेंट में काफी विवाद हो गया।

दरअसल, डीजे नाइट में बॉबी अपनी फिल्म ‘गुप्त’ (1997) के गाने बजाते रहे। बार-बार एक ही फिल्म के गाने सुनने के बाद लोग बोर होने लगे। उन्होंने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, वे ऑर्गेनाइजर्स से अपने टिकट के पैसे भी वापस मांगने लगे। हंगामा ज्यादा बढ़ता, उससे पहले ही बॉबी देओल प्रोग्राम छोड़कर वहां से रवाना हो गए।

इस विवाद के बाद बॉबी ने डीजे का काम छोड़ दिया। उन्होंने बिजनेस में भी हाथ आजमाया था। 2006 में मुंबई में उन्होंने ‘समप्लेस अर्थ’ नाम का रेस्त्रां शुरू किया था। इस दौरान उन्होंने इस पर फोकस करना शुरू किया और एक अन्य रेस्त्रां भी मुंबई में ओपन किया। बॉबी ने कई चीजें ट्राय कीं, लेकिन जो खुशी उन्हें एक्टिंग और फिल्मों से मिलती थी, वो उन्हें किसी दूसरी चीज में नहीं मिली।