सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल ने भोपाल स्मारक अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (बीएमएचआरसी) का दौरा किया।
उन्होंने सर्वप्रथम भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों की याद में बनाए गए स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यहां पौधारोपण किया। इसके बाद नवीन लॉन्ड्री उपकरणों का लोकार्पण किया। फिर मोतियाबिंद के दर्द रहित ऑपरेशन में सहायक अत्याधुनिक फेको मशीन का अनावरण किया।
साथ ही बीएमएचआरसी में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम महिला स्वास्थ्य—एक समग्र दृष्टिकोण का शुभारंभ किया और रक्तदान के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही संस्थान की तीन स्वैच्छिक रक्तदाता महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया। श्री शुक्ल बीएमएचआरसी की व्यवस्थाओं से काफी प्रभावित हुए और बीएमएचआरसी को भोपाल के लिए एक एसेट बताया।
उन्होंने वादा किया कि मेडिकल कॉलेज के तौर पर विकसित करने में राज्य सरकार बीएमएचआरसी प्रबंधन की मदद करेगी।
बीएमएचआरसी के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अस्पताल परिसर को घूमने के बाद और यहां किए जा रहे कार्यों को देखकर मैं काफी प्रभावित हुआ हूं। बीते 23 साल से यह संस्थान काम कर रहा है और यहां की साफ—सफाई व व्यवस्थाओं को देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा कि इसे शुरू हुए अभी ज्यादा दिन हुए हैं।
उन्होंने कहा कि भोपाल के लिए यह संस्था एक एसेट है। श्री शुक्ल ने कहा कि सरकार प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में एक मेडिकल कॉलेज शुरू करने की कोशिश कर रही है और मुझे खुशी है कि बीएमएचआरसी प्रबंधन भी इस अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने की कोशिश कर रहा है। बीएमएचआरसी की प्रभारी निदेशक डॉ मनीषा श्रीवास्तव ने श्री राजेंद्र शुक्ल का संस्थान में आने और विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने श्री शुक्ल को अस्पताल में मौजूद सुविधाओं के बारे में अवगत कराया। महिला स्वस्थ रहेगी तो पूरा परिवार स्वस्थ रहेगा : श्री राजेंद्र शुक्ल ने डॉ मनीषा श्रीवास्तव को महिला स्वास्थ्य एवं समग्र दष्ठिकोण विषय पर संगोष्ठी आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि मुझे यह देखकर काफी खुशी हुई कि बीएमएचआरसी में भी कई प्रमुख पदों पर महिलाएं पदस्थ हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सशक्त करना, उनको शिक्षित करना और उनका स्वास्थ्य अच्छा होना यह पूरे परिवार और समाज के लिए आवश्यक है। घर की एक महिला के शिक्षित होने से पूरा परिवार शिक्षित होता है। अगर महिला का स्वास्थ्य अच्छा होगा तो पूरा परिवार भी स्वस्थ रहेगा।