भोपाल । भेल एरिया के जेके रोड को आदर्श सडक के रुप में विकसित किया गया था लेकिन आज यह सडक बरसात में जगह-जगह से उधड चुका है और इसमें बडे-बडे गडढे बन चुके है जो गंभीर हादसों को दावत दे रहे हैं। आज इस सडक नाम स्थानीय लोगों को चिढाने लगा है। महज 1400 मीटर लंबी इस सड़क पर 32 से ज्यादा गड्ढे हो गए हैं। यह गड्ढे सड़क की दूसरी ओर हैं। एक-एक गड्ढा इतना गहरा है कि इसमें किसी भी वाहन चालक की नजर चूकी तो दुर्घटना होना तय है। बारिश में उधड़ चुकी यह सड़क निगम ने हाल ही में तैयार करवाई थी। एक साल भी नहीं बीता और इसकी हालत खस्ता हो गई है। बारिश में कीचड़ और फिसलन के कारण भी हालात बद से बदतर हो चुके हैं। इस सड़क से प्रतिदिन करीब तीन लाख से ज्यादा वाहन गुजरते हैं, जिनका यहां से आना-जाना दूभर हो गया है। इस मार्ग से रोजाना अशोका गार्डन, गोविंद गार्डन, गोविंदपुरा, निजामुद्दीन कॉलोनी, इंद्रपुरी, सोनागिरी, कल्पनानगर, पिपलानी, आनंद नगर आयोध्या बायपास सहित एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों के लोग आवागमन करते हैं। इन सभी को यहां से गुजरने में हर दिन इन गड्ढों से दो-चार होना पड़ता है। यहां मिनाल में रहने वाले गिरजा कुमार पंत का कहना है कि मै इस सड़क से हर दिन आना जाना करता हूं, क्योंकि मेरा निवास मीनाल रेसीडेंसी में ही है। विगत दो महीने पहले रात के समय मैं किसी काम से कहीं जा रहा था, उसी दौरान इस गड्ढे में मेरी बाइक घुस गई। इससे बैलेंस बिगड़ा और मेरे चेहरे और सिर पर चोट आ गई। गड्ढों के कारण मुझे दो सप्ताह अस्पताल में गुजारने पड़े। मेरे चेहरे पर आज भी उस हादसे के निशान हैं। इन गड्ढों को देखता हूं तो हर दिन मेरा जख्म हरा हो जाता है। नगर निगम और प्रशासन के कई अफसर इस रोड से हर दिन निकलते हैं, लेकिन छह महीने से रोड में इतने बड़े गड्ढे किसी को नजर नहीं आते है। यहीं कारण है कि निगम ने विगत छह महीने में न तो ये गड्ढे भरे और न ही सड़क का सही तरीके से मेंटेनेंस करवाया। इसी से क्षेत्र के विपिन गुप्ता का कहना है कि छह माह पहले ये गड्ढे हुए थे जो अब गहरे होते जा रहे हैं। हर दिन इस सड़क से लाखों लोग निकलते हैं, लेकिन अब तक निगम ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की और सड़क का मेंटेनेंस सही तरीके से नहीं करवाया।