सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इस बार भोपाल में नौतपा जमकर तपा है। शुरुआती 4 दिन तो टेम्प्रेचर 44 डिग्री के पार ही रहा। वहीं, एक बार रिकॉर्ड 45.4 डिग्री तक पहुंच गया, जो 10 साल में दूसरा सबसे अधिक था। अन्य 4 दिन में भी तेज गर्मी पड़ी। आखिरी दिन रविवार को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अगले 2 से 3 दिन तक भोपाल में मौसम बदला रहेगा। 3 और 4 जून को तो बारिश भी हो सकती है।

इससे पहले रविवार को पूरे दिन गर्मी का असर रहा। हालांकि, टेम्प्रेचर ज्यादा नहीं उछला और 40.8 डिग्री दर्ज किया गया। नौतपा के 9 दिनों में यह तापमान सबसे कम रहा। शाम को कई इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई। वहीं, हवाएं भी चली।

अगले 4 दिन ऐसा रहेगा मौसम

3 जून, सोमवार को भोपाल के कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश होने का अनुमान है। वहीं, दिन का तापमान 40 डिग्री के आसपास ही रहेगा।

4 जून को भी शहर में बारिश और आंधी चलने का अलर्ट है।

5 जून को धूप-छांव वाला मौसम रहेगा। इससे दिन का तापमान 38 डिग्री तक आ सकता है।

6 जून को भी पारे में गिरावट होने का अनुमान है। धूप-छांव रहेगी।

आज से फिर शुरू होगा बिजली का प्री-मानसून मेंटेनेंस

बिजली कंपनी के हाई टेंशन डिवीजन का अमला सोमवार से शहर में फिर प्री-मानसून मेंटेनेंस शुरू करेगा। इस आखिरी चरण में ज्यादा फीडर्स पर मेंटेनेंस नहीं होगा। इस कारण एक साथ बहुत सारे इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित नहीं होगी। बिजली कंपनी के सिटी सर्कल के जनरल मैनेजर जाहिद अजीज खान ने बताया कि नौतपा में पड़ी भीषण गर्मी के कारण शहरवासियों की सहूलियत के लिए हमने मेंटेनेंस का काम रोक दिया था। अब तापमान भी कम हो गया है।

आखिरी चरण में कम फीडर्स पर मेंटेनेंस किया जाएगा। इसका शेड्यूल इस प्रकार बनाया गया है कि ज्यादातर एक साथ रहवासी इलाके शटडाउन से प्रभावित नहीं हों। इस बार एक साथ कई कॉलोनियों में बिजली कटौती नहीं की जाएगी।

नौतपा में रिकॉर्ड गर्मी पड़ चुकी

नौतपा में रिकॉर्ड गर्मी भी पड़ चुकी है। नौतपा के दूसरे दिन 26 मई को पारा 45.4 डिग्री तक पहुंच चुका है, जो इस सीजन का सबसे अधिक रहा। जून के महीने में भोपाल में गर्मी और बारिश दोनों का ही ट्रेंड है। शुरू के 15 दिन तेज गर्मी पड़ती है। 10 साल में 2 बार टेम्प्रेचर 45 डिग्री के पार भी पहुंच चुका है, लेकिन मानसून की एंट्री के बाद पारे में गिरावट होने लगती है। जून 2020 में 16 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड भी है।