सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय में आज से दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। यह आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्य में किया गया है, । यह दिवस डॉ. सी.वी. रमन द्वारा रमन इफेक्ट की खोज के सम्मान में मनाया जाता है।
इस कार्यशाला में रंगोली, क्विज, डॉ. रमन पर शॉर्ट फिल्म प्रदर्शन समेत कई गतिविधियां रखी गई हैं। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलगुरु राजकुमार आचार्य ने कहा कि विज्ञान जीवन के सभी पहलुओं को समझने का अवसर देता है और इसका मूल भाव प्रयोगधर्मिता है। उन्होंने वैज्ञानिक नवाचार को प्रोत्साहित करने की बात कही और कहा कि भारत के युवाओं के लिए जीव, जगत और प्रकृति के कल्याण हेतु अनुसंधान की दिशा में आगे बढ़ना आवश्यक है।


कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भोपाल भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. संजय तिवारी ने कहा कि 2047 के विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका होगी। उन्होंने विवेकानंद, सुभाष चंद्र बोस और निदेशक अब्दुल कलाम के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि भारत को तकनीकी क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना होगा।
उन्होंने बताया कि सन 1750 में भारत की अर्थव्यवस्था वैश्विक अर्थव्यवस्था का 24.5% थी, और हमें अपने अतीत से सीखकर भविष्य संवारना होगा। उन्होंने रमन इफेक्ट के महत्व को समझाते हुए कहा कि यह खोज आज भी विज्ञान के क्षेत्र में प्रासंगिक बनी हुई है।

इस अवसर पर भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुशील मंदेरिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन शैलेंद्र सिंह, मंच संचालन अनीता कौशल ने किया। विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी और छात्र बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

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