सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के इतिहास में आज का दिवस स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति संजय तिवारी के सानिध्य में विश्वविद्यालय द्वारा 3 बड़े अनुबंध हंस्ताक्षरित हुए हैं। पहला सीईसी (सैक्षणिक संचार निकाय) के साथ संपन्न हुआ। इस अनुबंध से विश्वविद्यालय के छात्रों को सीईसी के गुणवत्ता वाले हजारों शैक्षिक वीडियो और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का लाभ मिल सकेगा। दूसरा अनुबंध विश्वविद्यालय के में ऑडियो/वीडियो स्टुडियो की स्थापना के लिए BECIL (ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड) के साथ किया गया।
तीसरा और अंतिम अनुबंध हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर के साथ संपन्न हुआ। जिसमे सागर विश्वविद्यालय कैंपस में मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र हेतु 20000 sqr ft में भवन निर्माण किया जा सकेगा। यह भूमि सागर विश्वविद्यालय द्वारा अपने परिसर में दी जाएगी। अनुबंध हस्ताक्षर समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में तीन अलग-अलग संस्थाओं के अतिथियों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई। मुख्य अतिथि के रूप में शैक्षिक संचार निकाय नई दिल्ली के डायरेक्टर जे बी नड्डा उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. नीलिमा गुप्ता, कुलपति, हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय सागर एवम श्री विपिन बिहारी पांडे, उप महाप्रबंधक बेसिल नई दिल्ली उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर संजय तिवारी द्वारा की गई एवं कार्यक्रम में आभार प्रदर्शन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुशील मंडेरिया द्वारा किया गया।
समारोह में स्वागत भाषण में अपने प्रेरणादायक उद्बोधन देते हुए विश्वविद्यालय की कुलपति संजय तिवारी ने कहा कि, ऑनलाइन शिक्षा ही भविष्य है। इसी को मद्देनजर रखते हुए हम विश्वविद्यालय और सीईसी के साथ अनुबंध संपादित करने जा रहे हैं। सीईसी के पास डिजिटल पाठ्यक्रम सामग्री का भण्डार है। मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं सीईसी के शैक्षणिक सामग्री से लाभान्वित हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि विद्या बांटने से बढ़ती है। इसके लिए विश्वविद्यालय में डिजिटल लॉन्ज की स्थापना की जा रही है। यह डिजिटल कंटेंट भोज मुक्त विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने में मदद करेगा। डॉ. तिवारी ने कहा कि भारत में उच्च शिक्षा का सकल नामांकन अनुपात लगभग 28% है, जबकि हमारा लक्ष्य 2035 तक 50% तक सकल नामांकन अनुपात करने का है। सकल नामांकन अनुपात बढ़ाने में भोज विश्वविद्यालय अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा है। और तीनों संस्थानों से आज जो अनुबंध निष्पादित किए जा रहे हैं। उनसे इस दिशा में अवश्य मदद मिलेगी।
इस अवसर पर डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर की कुलपति नीलिमा गुप्ता ने कहा कि, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक लक्ष्य यह है कि, लोगों को शिक्षा के माध्यम से कौशल विकास के साथ-साथ जीवन के गुणवत्ता को बढ़ाना भी है। भारत को हमें एक ग्लोबल हब के रूप में विकसित करना है। नई पीढ़ी के बच्चों को डिजिटल रूप में ही शिक्षा चाहिए और भोज विश्वविद्यालय आज बहुत महत्वपूर्ण कदम बढ़ा रहा है। आज के इस अनुबंध के द्वारा विश्वविद्यालय को सागर विश्वविद्यालय से अकादमिक सहयोग मिलेगा और डिजिटल ई कंटेंट के विकास में सहयोग होगा।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुशील मंडेरिया ने कहा कि, आज मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय एक डिजिटल शिक्षा की नई सीढ़ी पर कदम रख रहा है। यदि संचार क्रांति देश के अंतिम व्यक्ति तक पहुंची है, तो इसमें कोई शक नहीं है की डिजिटल शिक्षा भी अंतिम व्यक्ति तक पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि, मध्य प्रदेश भोज में विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा का प्रसार अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय के विद्यार्थी सहायता के निदेशक रतन सूर्यवंशी द्वारा किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी एवम कर्मचारीगण उपस्थित रहे।