सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आगरा में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ी और अर्जुन अवार्डी पूनम यादव को धमकी मिली है। उन्होंने कमिश्नर से लिखित शिकायत की। कहा- उनकी जमीन पर भू-माफिया कब्जा करना चाहते हैं। धमकी दे रहे हैं कि जमीन खाली कर दो, वरना जबरन कराई जाएगी।

पूनम आगरा के सैनिकपुरम में रहती हैं। उन्होंने बताया कि कुंडौल में 703 वर्ग मीटर जमीन कपिल कुमार से खरीदी थी। अब भू-माफिया इस जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं। खुद को लेखपाल बताते हुए भूपेंद्र सिंह नाम के एक युवक ने फोन करके उनको धमकी दी। कमिश्नर ने 10 दिन में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।

पूनम यादव ने कहा- लेखपाल और भू-माफिया के हौसले बुलंद

क्रिकेटर पूनम यादव ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया- अपनी जिंदगी भर की कमाई को उन्होंने इस जमीन को खरीदने में लगा दिया। 2 साल पहले करीब सवा करोड़ रुपए में जमीन खरीदी थी। अब अचानक से उस जमीन के दाम बढ़ गए तो कुछ लोग इस पर कब्जा करना चाहते हैं।

कमिश्नर रितु माहेश्वरी से शिकायत की थी, लेकिन उनकी ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके चलते ही क्षेत्रीय लेखपाल समेत भू-माफिया के हौसले बुलंद हो गए। 2 दिन पहले अचानक नायाब तहसीलदार व लेखपाल का फोन आया कि जमीन की पैमाइश कराने के लिए आ जाइए। वो कानपुर में थीं।

31 मई को उनके घर पर 29 मई की तारीख का नोटिस पहुंचा। इसमें 30 मई को जमीन पर पैमाइश के लिए उपलब्ध रहने को कहा गया था। उनका आरोप है कि उनकी जमीन पर कब्जा कराने में तहसील के लोग भू-माफिया का साथ दे रहे हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। वो काफी डरी हुई हैं।

फोन पर भू-माफिया दे रहे धमकी

पूनम यादव ने कमिश्नर रितु माहेश्वरी को लिखित शिकायत दी है कि कुंडौल में उन्होंने 703 वर्ग मीटर जमीन कपिल कुमार से खरीदी थी। इसका दाखिल-खारिज रेवेन्यू रिकॉर्ड में हो चुका है। 12 मई 2022 को लेखपाल ने कब्जा दिया था। उनकी जमीन के पास अब काफी डेवलपमेंट हो चुका है।

जमीन कब्जाने की नीयत से भूमाफिया सक्रिय हैं। उन्हें फोन पर जमीन खाली करने की धमकी दे रहे हैं। 9 फरवरी 2024 को उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने अपने आप को क्षेत्रीय लेखपाल भूपेंद्र सिंह बताया।

उन्होंने कहा- ये जमीन कपिल अग्रवाल की है। इसे खाली कर दें, नहीं तो जबरन खाली कराया जाएगा। कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने एसडीएम सदर को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। 10 दिन में रिपोर्ट तलब की है।