आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान महामुकाबले में आज बहुत कम पाकिस्तानी फैंस दिखेंगे। कारण, भारत सरकार ने चुनिंदा पाकिस्तानी फैन और खेल पत्रकारों को ही वीजा दिया है। महामुकाबले से ठीक दिन पहले तक पाकिस्तान से इकलौता स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट (शाहिद हाशमी) ही यह मैच कवर करने अहमदाबाद पहुंच पाया।

AFP, BBC वर्ल्ड सर्विस और SBS जैसे संस्थानों के लिए फ्रीलांस काम करने वाले शाहिद हाशमी शुक्रवार को प्रेस बॉक्स में मौजूद पाकिस्तान के इकलौते खेल पत्रकार थे।

भास्कर ने शाहिद से बात की और जाना कि पाकिस्तान के स्पोर्ट्स जर्नलिस्टों को वीजा मिलने में क्या परेशानियां आ रही हैं। हमने दोनों देशों के क्रिकेट संबंध, राइवलरी, टीमों की वीकनेस-स्ट्रेंथ और आतंकवाद जैसे मसलों पर सवाल किए। आगे पढ़िए बातचीत के संपादित अंश…

भास्कर के सवाल पर शाहिद के जवाब…

सवाल: पाकिस्तानी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के वीजा में क्या समस्याएं हुईं थी?

जवाब: थोड़ी वीजा का प्रॉब्लम था, थोड़ा डिले हुआ। कुछ के वीजा तो अब तक क्लियर भी नहीं हुए हैं, जबकि बहुत पहले से अप्लाई किया गया था और सारे दस्तावेज जमा कर दिए गए थे। मैंने खुद अगस्त महीने में अप्लाई किया था, लेकिन इस वक्त दोनों देशों के रिश्ते खराब हैं। इस वजह से थोड़ा आना-जाना कम हो रहा है, क्योंकि वीजा नहीं मिल पा रहा है।

यह समस्या दोनों देशों की है। भारतीय जर्नलिस्टों को भी वीजा हासिल करने में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई दफा आखिरी समय पर वीजा क्लियर होता है। ऐसे में कह सकते हैं कि यह समस्या दोनों देशों के पत्रकारों के लिए है। ऐसे में हमने भी इसका सामना किया, इंतजार किया और अब ऊपर वाले की मर्जी हुई, तो यहां आ गए।

सवाल: इस बार भारत-पाकिस्तान मैच के लिए किसी भी पाकिस्तानी फैंस को वीजा नहीं दिया गया है। इस पर क्या कहेंगें?

जवाब: यह बहुत ही निराशाजनक है कि फैंस को वीजा नहीं मिला है, लेकिन इस समय हालात ऐसे हैं। ऐसे में नियमों का पालन तो करना ही होगा। इस बार के नियम बहुत ही सख्त हैं।

उम्मीद…प्रर्थना…दुआ और गुजारिश करता हूं दोनों देश की सरकारों से कि दोनों देशों के लोगों को करीब आने दें और उन्हें वीजा दें। खासकर स्पोर्टिंग इवेंट में तो वीजा जरूर दें।

मैं यह भी दुआ करूंगा कि 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी पाकिस्तान में हो जाए, उसे कोई बाहर न ले जाए। उस इवेंट के लिए भारतीय जर्नलिस्टों को ई-वीजा मिले। वे अप्लाई करें और एक महीने पहले वीजा मिल जाए। उन्हें पासपोर्ट भी जमा नहीं करना पड़े।

सवाल: आपने कहा कि 2025 चैंपियंस ट्रॉफी को कोई बाहर न ले जाए। क्या आपको ऐसा डर है?

जवाब: जाहिर है ऐसा होगा, क्योंकि पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी तो हो चुकी है, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट एसोसिएशन के टूर्नामेंट अब तक नहीं किए जा सके हैं, क्योंकि दूसरे मुल्क कहते हैं कि सिक्युरिटी प्रॉब्लम्स हैं, यदि सिक्यूरिटी प्रॉब्लम्स होंगे, तो मुकाबले न्यूट्रल वैन्यू पर होंगे और टूर्नामेंट बाहर चला जाएगा।

यदि टूर्नामेंट पाकिस्तान में होगा, तो पाकिस्तान और क्रिकेट जगत के लिए अच्छा होगा, क्योंकि क्रिकेट वर्ल्ड बहुत दिनों से पाकिस्तान नहीं आया है, भारत 2008 से पाकिस्तान नहीं आई है। इससे फैंस का फायदा होगा।

मैं तो पाकिस्तानी सरकार से यह तक कहूंगा कि चैंपियंस ट्रॉफी के समय सबसे के लिए दरवाजें खोल दें और फैंस, जर्नलिस्ट सभी को आने दें। यह चैंपियंस ट्रॉफी एक डोर ओपन कर दे इंडिया और पाकिस्तान के बीच।

सवाल: सबसे के लिए दरवाजें खोल देने से…सुरक्षा कहां ठहरती है। बीते समय में भारत-पाकिस्तान में जो हुआ, उसका क्या?

जवाब: मुझे लगता है कि जो हुआ, वह पुरानी बातें थी। उन्हें भूलना चाहिए और हमें नई शुरुआत करनी चाहिए। दोनों सरकारों को एक-दूसरे के ऊपर…एक दूसरे की सिक्यूरिटी के ऊपर भरोसा करना चाहिए।

दोनों देशों में एक जैसे लोग रहते हैं, एक जैसी बाते करते हैं एक जैसा खाना खाते हैं। दोनों में मोहब्बत है। हम जब भी यहां आते हैं, तो ढ़ेर सारा प्यार मिलता है। ऐसे में इस मोहब्बत को आगे बढ़ाएं, ताकि दुनिया अच्छी रहने की जगह बनी रहे।

सवाल: भारत-पाकिस्तान वर्ल्ड कप में एक बार फिर आमने-सामने हैं। दोनों टीमों में क्या स्ट्रेंथ और वीकनेस देखते हैं?

जवाब: हर फैन अपनी जमीनी टीम को सपोर्ट करता है और भारतीय टीम मजबूत है। उनके सारे बेसिस कवर हैं- बैटिंग अच्छी है, बॉलिंग अच्छी है, फास्ट बॉलर्स अच्छे हैं, स्पिनर्स अच्छे हैं और बैट्समैन फॉर्म में हैं। पाकिस्तान पिछला मैच हारी थी भारत से। ऐसे में पाकिस्तानी टीम पर काफी प्रेशर होगा, क्योंकि भारत-पाकिस्तान मैच का प्रेशर तो होगा।

हमारी टीम बहुत अप्रत्याशित (अन्प्रिडिक्टबल) है। उसकी स्ट्रेंथ कुछ खास नहीं है, बस अन्प्रिडिक्टबल है। एक समय टीम की बॉलिंग बहुत अच्छी थी, लेकिन जब से नसीम शाह चोटिल हुए हैं, तब से बॉलिंग कमजोर हो गई और पाकिस्तान की बैटिंग चलती है, तो बहुत अच्छा करती है और नहीं चलती तो सब फेल, लेकिन इस इंडियन टीम की बैटिंग, बॉलिंग (स्पिन और पेस) और फील्डिंग सब अच्छा है।

सवाल: भारत-पाकिस्तान के बीच कई यादगार मैच हुए हैं। उनमें से आप ने भी कई कवर किए हैं। उनमें से एक का रोमांचक किस्सा?

जवाब: भारत-पाकिस्तान की राइवलरी को एक मैच में बयां करना मुश्किल है, लेकिन मुझे तो 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान दुबई वाला मैच याद आता है, जब पाकिस्तान ने वर्ल्ड कप मैच में भारत को पहली बार हराया था।

सवाल: जब दुबई की हार का जिक्र हो गया है, तो 7-0 के रिकॉर्ड की भी बात हो जाए। इस बार क्या उम्मीद?

जवाब: हर रिकॉर्ड टूटने के लिए बनता है, ये भी कभी न कभी टूटेगा। 2015 के वर्ल्ड कप में जब एडिलेड में इंडिया ने पाकिस्तान को हराया था, तब धोनी ने कहा था कि हर रिकॉर्ड टूटने के लिए बनता है। पाकिस्तान की टीम इतनी भी बुरी नहीं है कि भारत से न जीते, इसलिए रिकॉर्ड 7-1 भी हो सकता है।

सवाल: 2008 से टीम इंडिया ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है। क्या दोनों के बीच क्रिकेट के रिश्ते बहाल होने चाहिए।

जवाब: बिल्कुल होने चाहिए। हमारे विदेश मंत्री बिलावल भुट्‌टो ने पाकिस्तानी टीम को यहां आकर खेलने की तुरंत अनुमति दी। वे बार-बार कहते हैं कि हम खेल और पॉलिटिक्स को मिक्स नहीं करेंगे। एक खेल पत्रकार और स्पोर्ट्स लवर के तौर पर मुझे लगता है कि दोनों देशों को आपस में क्रिकेट खेलनी चाहिए। पाकिस्तान को इंडिया की जरूरत है।