आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : टीम इंडिया साउथ अफ्रीका दौरे के लिए रवाना हो चुकी है। 10 दिसंबर से शुरू हो रहे दौरे में टीम 3 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट की सीरीज खेलेगी। भारतीय टीम का साउथ अफ्रीका के मैदानों पर टी-20 रिकॉर्ड शानदार रहा है। टीम ने वहां 62 फीसदी मुकाबले जीते हैं। यानी कि टीम अफ्रीकी पिचों पर हर दूसरा मुकाबला जीत रही है। इतना ही नहीं, भारतीय टीम ने एकमात्र टी-20 वर्ल्ड कप भी साउथ अफ्रीका में जीता है।
इस बार टी-20 सीरीज के मुकाबले 10, 12 और 14 दिसंबर को खेले जाएंगे। उसके बाद 17, 19 और 21 दिसंबर को वनडे मैच होंगे। फिर 26 दिसंबर से टेस्ट सीरीज शुरू होगी।
टेस्ट-वनडे में खराब, लेकिन टी-20 शानदार प्रदर्शन क्यों…?
अफ्रीकी सरजमीं पर भारत का टेस्ट और वनडे रिकॉर्ड खराब रहा है। टीम वहां अब तक कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है, जबकि वनडे में 8 में से एक ही सीरीज जीत पाई है। वहीं, टीम ने वहां 4 में से 3 टी-20 सीरीज अपने नाम की हैं।
भारतीय टीम ने अपना पहला और आखिरी टी-20 वर्ल्ड कप भी साउथ अफ्रीका में ही जीता था। 2007 में भारतीय टीम ने जोहान्सबर्ग में खेले गए फाइनल में पाकिस्तान को 5 रन से हराया था। इसके पीछे के कारण 3 पॉइंट्स में समझिए…
मल्टी मैच सीरीज कम, एक-एक मैच की सीरीज ज्यादा भारत-साउथ अफ्रीका के बीच अफ्रीकी पिचों पर मल्टी मैच सीरीज कम हुई हैं। टीम ने वहां 4 टी-20 सीरीज खेली हैं, इनमें से सिर्फ एक में ही 3 मैच खेले गए हैं, जबकि शेष 3 सीरीज में एक-एक मैच खेला गया, जिसे जीतकर भारतीय टीम ने सीरीज अपने नाम कर ली।
टेस्ट-वनडे सीरीज जीतकर मेजबानों ने औसत टीम उतारी जब-जब भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका दौरा किया, लॉन्ग फॉर्मेट में हारी है, ऐसे में मेजबानों ने टी-20 में अपनी औसत दर्जे की टीम उतार दी, जिनमें युवाओं को मौका मिला। इसका फायदा टीम इंडिया को टी-20 में हुआ।
IPL का फायदा मिला, 2009 का सीजन अफ्रीका में हुआ 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद भारत में इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई। इससे हमारे खिलाड़ियों ने टी-20 फॉर्मेट के गेम में तेजी से ग्रोथ की। भारतीय टीम को 2009 के IPL सीजन का फायदा भी मिला, क्योंकि उस सीजन के सभी मुकाबले साउथ अफ्रीका में खेला गया था। ऐसे में भारतीय खिलाड़ियों को टी-20 फॉर्मेट में वहां की पिचों को समझने का मौका मिला। तब भारतीय टीम की कमान एमएस धोनी के हाथों में थी।
अफ्रीका में 3 में से एक मैच जीत पाता है भारत
साउथ अफ्रीकी पिचों पर भारतीय टीम का ओवरऑल प्रदर्शन खराब रहा है। टीम ने साउथ अफ्रीका में अब तक 92 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं, इनमें से 34 में टीम को जीत मिली है, जबकि टीम इंडिया ने 45 मैच गंवाए हैं। 2 मुकाबले टाई, 7 ड्रॉ और 4 नो रिजल्ट रहे हैं। वहां भारतीय टीम की जीत-हार का रेसियो 0.755 है, यानी कि एक से भी कम।
अफ्रीका के खिलाफ 67 में से 19 मुकाबले गंवाए: अफ्रीकी मैदानों पर मेजबान टीम के खिलाफ टीम ने 67 में से 19 मैच ही जीते हैं। टीम का विन-लास रेसियो (0.487) आधे से भी कम रहा है। अफ्रीकी मैदानों पर 9 खिलाड़ियों ने भारतीय टीम की कप्तानी की है, इनमें से सौरव गांगुली और विराट कोहली सबसे सफल कप्तान रहे हैं।