सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारतीय वेंचर और वैकल्पिक पूंजी संघ (IVCA) ने बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल (BIRAC) के सहयोग से ग्लोबल बायो-इंडिया 2024 में एक महत्वपूर्ण राउंडटेबल का आयोजन किया। इस राउंडटेबल में 25 से अधिक प्रमुख बायोटेक विशेषज्ञ, नीति निर्माता, उद्योग के नेता और घरेलू तथा वैश्विक निवेशक एकत्र हुए, जिन्होंने भारत के उभरते बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में नवीनतम रुझानों और निवेश के अवसरों की खोज की।
इस चर्चा की अध्यक्षता विश्वजीत साहय, अतिरिक्त सचिव और वित्तीय सलाहकार, बायोटेक्नोलॉजी विभाग, भारत ने की, और सह-अध्यक्षता डॉ. मनीष दीवान, प्रमुख – बायोफाउंड्री, NCR बायोटेक क्लस्टर एवं BIRAC में IVCA द्वारा की। इस बैठक में बायोटेक स्टार्टअप्स के लिए वृद्धि चरण के पूंजी की बढ़ती आवश्यकता पर जोर दिया गया, जिनकी gestation अवधि लंबी होती है। निवेशकों ने कहा कि सह-निवेश रणनीतियाँ और घरेलू पूंजी पूल को सक्रिय करना भारत में बायोटेक उद्यमों को स्केल करने के लिए महत्वपूर्ण है।
राउंडटेबल के परिणामों पर टिप्पणी करते हुए, डॉ. मनीष दीवान ने कहा, “बायोटेक नवाचारों में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर निवेश बढ़ रहा है। IVCA द्वारा संचालित यह बातचीत, जो FA & AS, DBT और DST, भारत सरकार के श्री विश्वजीत साहय के नेतृत्व में हुई, ने क्षेत्र के लिए उच्च-जोखिम निवेश आकर्षित करने के लिए उपयोगी सिफारिशें प्रस्तुत कीं। DBT/BIRAC का बायोटेक फंड ऑफ फंड्स – AcE, जिसने प्रभावशाली 28x निजी निवेश उत्पन्न किए, की सराहना की गई। भारत की BioE3 नीति का हालिया अनुमोदन केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा समयबद्ध है और यह बायो-नवाचार और बायो-निर्माण के लिए आवश्यक अवसंरचना विकास को उत्प्रेरित करेगा। प्राइवेट और कॉर्पोरेट निवेशक ‘विकसित भारत’ के लिए इस विकास रुझान का समर्थन करने में महत्वपूर्ण भागीदार हैं।”