सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड- न्यूज़ भोपाल: कनाडा में खालिस्तान समर्थक संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) 28 जुलाई को खालिस्तान के लिए रेफरेंडम कराने की योजना बना रहा है। इस घटना को लेकर भारत ने कनाडा की कड़ी आलोचना की है। आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने खुद घोषणा की है कि यह रेफरेंडम कनाडा के सरकारी जगह पर आयोजित होगा। भारत ने कनाडा को चेतावनी दी है कि वह अपनी धरती पर अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देना बंद करे।
रेफरेंडम को लेकर भारतीय उच्चायोग की चिंता
ओटावा में भारत के उच्चायोग ने कनाडा के विदेश मंत्रालय ग्लोबल अफेयर्स कनाडा को औपचारिक रूप से अपनी चिंताओं से अवगत कराया है। भारत ने सार्वजनिक जगह पर रेफरेंडम आयोजित करने के फैसले की कड़ी आलोचना की है।
कैलगरी में रेफरेंडम पोस्टर्स पर विवाद
कैलगरी में कई जगहों पर रेफरेंडम के पोस्टर लगाए गए थे, जिन पर “इल्लीगल साइन” लिख कर स्प्रे पेंट किया गया। SFJ के आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने पुष्टि की कि इन पोस्टरों को खराब कर दिया गया है। इन पोस्टरों में तलविंदर सिंह परमार की तस्वीरें भी थीं, जिसे 1985 में एयर इंडिया की फ्लाइट 182 में बम विस्फोट का मास्टरमाइंड माना जाता है।
SFJ के प्रमुख निज्जर का विवाद
SFJ के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर, जिन्हें भारत में आतंकवादी माना जाता था, की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में दरार आ गई। 18 सितंबर 2023 को कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने हाउस ऑफ कॉमन्स में विवादास्पद बयान दिया था कि निज्जर की हत्या में भारत का हाथ है।
पहले भी हुए ऐसे आयोजन
28 जुलाई को कैलगरी म्यूनिसिपल कॉम्प्लेक्स एट्रियम एंड प्लाजा में रेफरेंडम कराया जाएगा। पिछले साल भी इसी तरह के रेफरेंडम को ब्रिटिश कोलंबिया के सरें में आयोजित करने की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह आयोजन सरें के गुरु नानक सिख गुरुद्वारे में कराया गया था।
वैंकूवर में भारत के दूतावास पर धरना
SFJ ने वैंकूवर में भारत के दूतावास पर 24 घंटे का धरना प्रदर्शन किया। इसकी वजह वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट थी, जिसमें दावा किया गया था कि दूतावास ने निज्जर की हत्या में मदद मुहैया कराई थी। कनाडा के अधिकारियों ने इस मामले में चार भारतीय नागरिकों को गिरफ्तार किया है, लेकिन भारत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।