सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बांग्लादेश को टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा भारत के समर्थन से ही मिला। 1996 तक, बांग्लादेश में क्रिकेट फुटबॉल के बाद दूसरा सबसे पसंदीदा खेल था, और 2000 तक वे एसोसिएट देशों में भी शीर्ष पर नहीं थे। लेकिन बांग्लादेश ने 2000 में ICC की मदद से टेस्ट क्रिकेट का दर्जा हासिल किया।

कैसे मिला टेस्ट खेलने का दर्जा?

1996 में, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के अध्यक्ष साबेर हुसैन चौधरी ने बांग्लादेश को टेस्ट स्टेटस दिलाने का अभियान शुरू किया। उन्होंने ICC में मतदान करवाने के लिए भारत, पाकिस्तान, और श्रीलंका का समर्थन प्राप्त किया। 26 जून 2000 को ICC की वार्षिक बैठक में, 45 मिनट की प्रेजेंटेशन के बाद बांग्लादेश को सभी 9 वोट मिले।

इंग्लैंड ने नहीं खेला पहला टेस्ट

बांग्लादेश ने इंग्लैंड को पहले टेस्ट खेलने का न्योता दिया, लेकिन इंग्लैंड ने व्यस्त शेड्यूल का हवाला देकर मना कर दिया। इसके बाद भारत ने पहला टेस्ट खेलने के लिए सहमति दी।

बांग्लादेश की टेस्ट क्रिकेट में उपलब्धियां

बांग्लादेश ने अब तक 144 टेस्ट खेल चुके हैं, जिसमें 21 जीत और 105 हार का सामना किया है। उन्होंने 2005 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट जीत हासिल की। इसके अलावा, बांग्लादेश ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को भी हराया है।

भारत से मुकाबला

बांग्लादेश ने अब तक भारत के खिलाफ 13 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उन्हें एक भी जीत नहीं मिली है। भारत ने 11 मैचों में जीत दर्ज की है।

भविष्य की योजना

बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शांतो ने कहा है कि उनकी टीम अब भारत के खिलाफ जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, खासकर हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ मिली टेस्ट सीरीज की जीत के बाद।

बांग्लादेश ने क्रिकेट में अपनी यात्रा शुरू की है, और अब वह अपने प्रदर्शन से लगातार सुधार करने का प्रयास कर रहा है।