सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड- न्यूज़ भोपाल: भारत ने हाल ही में आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता है, और इसके बाद जिम्बाब्वे के खिलाफ उनकी पहली टी20 सीरीज खेली जा रही है। पांच मैचों की इस सीरीज में भारतीय टीम ने अपने युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया है। हालांकि पहले मैच में भारत को अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इसके बाद शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने जोरदार वापसी करते हुए सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है। आज (13 जुलाई) को होने वाले चौथे मुकाबले में भारत जीत दर्ज कर सीरीज में अजेय बढ़त हासिल करने की कोशिश करेगा।

भारत के सामने जिम्बाब्वे बेबस

दूसरे टी20 मैच में भारत ने 100 रनों से और तीसरे टी20 में 23 रनों से जीत हासिल की। भारतीय टीम की फॉर्म देखते हुए बाकी के दो मैच भी जिम्बाब्वे के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। जिम्बाब्वे के गेंदबाज रन रोकने में असमर्थ साबित हो रहे हैं, और उनका टॉप ऑर्डर लगातार बिखर रहा है। पहले मैच में हार के बाद शुभमन गिल ने स्वीकार किया कि टीम पूरी तरह तैयार नहीं थी। लेकिन अब पिछले दो मैचों में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है, मानो शेर का सामना बकरी से हो रहा हो। कप्तान सिकंदर रजा को छोड़कर बाकी जिम्बाब्वे के खिलाड़ी संघर्ष कर रहे हैं।

जिम्बाब्वे क्रिकेट की गिरती हालत

कभी जिम्बाब्वे की टीम फ्लावर बंधु, हीथ स्ट्रीक, और मरे गुडविन जैसे खिलाड़ियों से सजी रहती थी, लेकिन आज स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। कम वेतन और सरकारी हस्तक्षेप के चलते जिम्बाब्वे क्रिकेट की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती गई। जुलाई 2019 में आईसीसी ने जिम्बाब्वे क्रिकेट को छह महीने के लिए निलंबित कर दिया था। हालिया टी20 वर्ल्ड कप 2024 के लिए भी जिम्बाब्वे क्वालिफाई नहीं कर पाया था, जो उनके लिए शर्मिंदगी की बात थी।

अब तक के आंकड़े

भारत और जिम्बाब्वे के बीच अब तक 11 टी20 मैच खेले गए हैं, जिनमें से 8 में भारत ने जीत दर्ज की है, जबकि 3 में जिम्बाब्वे विजयी रहा है। वनडे में 66 मैचों में से 54 बार भारत और 10 बार जिम्बाब्वे ने जीत हासिल की है, 2 मैच टाई रहे हैं। टेस्ट में भारत ने 7 बार जीत दर्ज की है, 2 बार जिम्बाब्वे ने और 2 मैच ड्रॉ रहे हैं।

टीमों की स्थिति

भारत की टीम: शुभमन गिल (कप्तान), यशस्वी जायसवाल, अभिषेक शर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, संजू सैमसन (विकेटकीपर), शिवम दुबे, रिंकू सिंह, वॉशिंगटन सुंदर, रवि बिश्नोई, आवेश खान, खलील अहमद, रियान पराग, ध्रुव जुरेल, मुकेश कुमार और तुषार देशपांडे।

जिम्बाब्वे की टीम: सिकंदर रजा (कप्तान), फराज अकरम, ब्रायन बेनेट, जोनाथन कैम्पबेल, टेंडाई चतारा, ल्यूक जोंगवे, इनोसेंट काइया, क्लाइव मडांडे, वेस्ली मधेवेरे, तदिवनाशे मारुमानी, वेलिंगटन मसाकाद्भा, ब्रैंडन मावुता, ब्लेसिंग मुजारबानी, डायोन मायर्स, एंटम नकवी, रिचर्ड नगारवा, मिल्टन शुम्बा।