सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारत और जर्मनी के रिश्तों में इन दिनों नई ऊर्जा देखने को मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने हाल ही में एशिया-पैसिफिक कॉन्फ्रेंस में मुलाकात की, जहां दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूती देने पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, “भारत-जर्मनी संबंध दो मजबूत लोकतंत्रों की परिवर्तनकारी साझेदारी हैं, जो केवल लेन-देन का नहीं, बल्कि स्थिरता और प्रगति का प्रतीक हैं।”

तनाव के समय में मजबूत साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि वर्तमान समय में जब दुनिया संघर्ष और अनिश्चितता का सामना कर रही है, भारत और जर्मनी के बीच का यह संबंध वैश्विक स्थिरता का संदेश दे रहा है। दोनों देशों का सहयोग रक्षा, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रहा है।

IGC की सकारात्मक प्रगति
2022 में बर्लिन में हुई अंतिम अंतर-सरकारी परामर्श (IGC) में दोनों देशों के बीच कई अहम फैसले लिए गए, जिनके परिणाम अब सकारात्मक प्रगति के रूप में सामने आ रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, “हम ‘संपूर्ण सरकार से संपूर्ण राष्ट्र’ दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ रहे हैं और कई नई पहलों पर काम कर रहे हैं।”

भविष्य की दिशा में कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने आशा व्यक्त की कि यह साझेदारी आने वाले समय में विश्व को नई दिशा देगी और वैश्विक स्तर पर स्थिरता का संदेश फैलाएगी।