सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर चार सालों से चल रहे तनाव में अब शांति का संकेत मिला है। गलवान घाटी की घटना के बाद से ही दोनों देशों के बीच टकराव की स्थिति थी, लेकिन अब दोनों देशों ने पूर्वी लद्दाख के डेमचोक और देपसांग क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे हटाने का फैसला किया है।
शांति के संकेत और टेंट हटाने की प्रक्रिया शुरू
सूत्रों के अनुसार, सीमा पर बने टेंट और अस्थायी ढांचों को भी पीछे हटाया जा रहा है। यह कदम दोनों देशों की सहमति से उठाया गया है, और इसके तहत स्थानीय कमांडरों के बीच संवाद का सिलसिला भी जारी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति को सामान्य बनाने पर व्यापक सहमति बनी है। दोनों देशों के बीच यह सहमति एक महत्वपूर्ण शांति प्रयास की दिशा में उठाया गया कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग का स्वागत
इस समझौते का स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी किया है। यह सहमति BRICS सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं के बीच हुई द्विपक्षीय बैठक का परिणाम है, जहां दोनों देशों ने तनावपूर्ण संबंधों में सुधार की दिशा में पहल की।
तनाव में कमी की उम्मीद
इस निर्णय से दोनों देशों के बीच के संबंधों में सुधार की उम्मीद की जा रही है, और एलएसी पर स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की ओर बढ़ रही है।
निष्कर्ष
यह समझौता सीमा पर शांति और स्थिरता की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। दोनों देशों के बीच मजबूत संवाद और सहमति से इस मुद्दे पर प्रगति होना निस्संदेह एक सकारात्मक संकेत है।
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