सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्य प्रदेश में भाजपा का सदस्यता अभियान जोर-शोर से चल रहा है, जिसमें इंदौर ने सबसे अधिक सदस्यों के साथ प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। संगठन ने अब जनप्रतिनिधियों को व्यक्तिगत टारगेट दिए हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। सूत्रों के अनुसार, संगठन ने फरमान जारी किया है कि जो जनप्रतिनिधि अपना सदस्यता अभियान लक्ष्य पूरा नहीं कर पाएगा, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस निर्देश के बाद इंदौर के पार्षद से लेकर सांसद तक सक्रिय हो गए हैं।
बीजेपी के इस नए कदम को लेकर दैनिक भास्कर ने इंदौर नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे से बातचीत की। रणदीवे ने कहा, “सभी जनप्रतिनिधियों को जवाबदेही के साथ काम करना चाहिए। यदि वे निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने में विफल रहते हैं, तो संगठन के वरिष्ठ नेता उन पर कार्रवाई करेंगे।”
पार्षद पीछे, महापौर आगे
इंदौर महानगर सदस्यता अभियान प्रभारी और पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता ने जानकारी दी कि सभी जनप्रतिनिधियों को सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया है। सांसदों को 25,000, विधायकों को 15,000, महापौर को 10,000 और सभी पार्षदों को 5,000 सदस्यों का लक्ष्य प्राप्त करना है। हालांकि अधिकांश जनप्रतिनिधि अपने लक्ष्य के करीब हैं, परंतु कई पार्षद अभी पीछे चल रहे हैं। उनके साथ चर्चा की जा रही है ताकि वे अपने लक्ष्य को पूरा कर सकें।
महापौर भार्गव ने पार किया लक्ष्य
इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने अपने लक्ष्य से 2,321 अधिक सदस्य बना कर प्रदेश में अन्य महापौरों से आगे निकल गए हैं। महापौर का लक्ष्य 10,000 था, लेकिन उन्होंने 12,321 सदस्यों का सफलतापूर्वक नामांकन कराया है। भार्गव ने कहा, “मुझे जो टारगेट मिला था, वह मैंने पूरा कर लिया है, लेकिन मैं खुद के बनाए लक्ष्य के अनुसार काम कर रहा हूं और और अधिक सदस्य बना रहा हूं।”