भोपाल ।  आम लोगों की लापरवाही शायद एक बार पुन: भारी पडने लगी है। यही वजह है ‎कि धीरे-धीरे कोरोना वायरस अपनी गति पकडने लगा है।  यही वजह है कि प्रदेश में एक दिन के भीतर कोरोना मरीजों की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना के 22 नए मरीजों की पहचान हुई, जबकि गुरुवार को सिर्फ 10 मरीज मिले थे। 13 जुलाई को मध्य प्रदेश में कोरोना के 23 नए मरीज मिले थे। इसके बाद से हर दिन मिलने वाले मरीजों की संख्या 20 या इससे कम रही थी। मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। स्वास्थ्य संचालनालय की एकीकृत रोग निगरानी शाखा ने सभी जिलों के मुख्‍य चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों (सीएमएचओ) का पत्र लिखकर कहा है कि सैंपल लेने में कोताही नहीं बरतें। सभी जिले रोज तय लक्ष्य के अनुसार सैंपल लें, जिससे संक्रमितों की समय रहते पहचान की जा सके। हेल्‍थ बुलेटिन के अनुसार शुक्रवार को मिले मरीजों में भोपाल के तीन, इंदौर के पांच, जबलपुर के तीन, दमोह के दो, सागर के तीन, टीकमगढ़ के चार और बड़वानी एवं रायसेन का एक-एक मरीज शामिल है। प्रदेश में जुलाई में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया है। जुलाई में पांच दिन रोज 10 लाख से ज्यादा डोज लगे हैं। सर्वाधिक टीकाकरण के मामले में प्रदेश देश में कई दिन पहले या दूसरे स्थान पर रहा है। अब तक सर्वाधिक टीकाकरण का रिकार्ड भी मध्यप्रदेश के नाम है। 21 जून को प्रदेश में 17 लाख 44 हजार लोगों को टीका लगा था। ज्यादा टीका लगाने के चलते प्रदेश को भारत सरकार से 14 लाख अतिरिक्त डोज बोनस के तौर पर मिले हैं। अगस्त में प्रदेश में 193 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य है। प्रदेश में कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या अब 122 है। इसमें 60 फीसद मरीज होम आइसोलेशन में हैं। बाकी का निजी और सरकारी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।