भोपाल(। आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राम किशोर कावरे ने कहा कि प्रदेश में भरपूर मात्रा में उत्तम गुणवत्ता के औषधीय पौधे उपलब्ध हैं। औषधीय निर्माण शालाओं को इनका उपयोग करके उत्तम गुणवत्तायुक्त औषधियों का निर्माण कर देश और विदेश में निर्यात किया जाना चाहिये। श्री कावरे आयुष विभाग द्वारा आयोजित ऑनलाइन कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। श्री कावरे ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण काल में आयुष चिकित्सा ने अपनी उपयोगिता को सिद्ध किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आव्हान पर आयुष विभाग ने त्रिकुट चूर्ण, संशमनी वटी, आरोग्य कषायम-20 का वितरण प्रदेशवासियों को किया है। श्री कावरे ने सभी औषधि निर्माताओं से आग्रह किया कि अपने-अपने क्षेत्र से संबंधित औषधियों के निर्माण एवं उपयोग से संबंधित अनुभवों को साझा कर गुणवत्तायुक्त औषधियों का निर्माण करें।

प्रमुख सचिव आयुष श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख ने कहा कि कोरोना काल में आमजन गुणवत्तापूर्ण औषधि का इस्तेमाल करें, यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण औषधियों का उत्पादन विभाग और आयुष औषधि निर्माताओं की संयुक्त जिम्मेदारी है।

लायसेंस अथॉरिटी दिल्ली डॉ. विजय गर्ग और जयपुर के डॉ. महेश शर्मा ने ड्रग एण्ड कास्मेटिक एक्ट-1940 एवं 1945 के अंतर्गत औषधियों के निर्माण और टेस्टिंग में रखी जाने वाली सावधानी और रिकॉर्ड संधारण की जानकारी दी। ऑनलाइन कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आयुष औषधि निर्माता उपस्थित थे।