रायपुर,। उद्यानिकी की योजनाओं लघु एवं सीमांत कृषकों का लाभ मिले। उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हो, शाकंभरी बोर्ड का यह प्रयास होगा। राज्य में उद्यानिकी की खेती को बढ़ावा मिले, इसके लिए बोर्ड और विभाग परस्पर मिलकर काम करेंगे। यह बातें शाकंभरी बोर्ड के नवनियुक्त अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने आज इंद्रावती भवन में उद्यानिकी विभाग की योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों को को सम्बोधित करते हुए कहीं।
अध्यक्ष रामकुमार पटेल ने आगे कहा कि मरार समाज का उद्यानिकी के प्रति अमूल्य योगदान है। उनकी बेहतरी के लिए शाकम्भरी बोर्ड का गठन किया गया है। उद्यानिकी विशेषकर सब्जी की खेती करने वाले किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य मिले, अधिकारियों को इस बात पर विशेष रूप से ध्यान देने की जरूरत है। बैठक के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों ने अपने जिले में संचालित योजनाओं की प्रगति एवं गतिविधियों की जानकारी दी।
उप संचालक दुर्ग सुरेश ठाकुर ने बताया की मरार समाज के लिए एक विशेष योजना के तहत डीएमएफ फंड से 77 सामुदायिक बोरवेल खोदवाए गए। अध्यक्ष श्री पटेल ने दुर्ग जिले में हुए इस कार्य की सराहना करते हुए विभागीय अधिकारियों को अपने जिले में इस तरह का प्रयास करने की बात कही।
बोर्ड के सदस्य अनुराग पटेल ने अधिकारियों को फील्ड का नियमित रूप से दौरा करने तथा विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का अनिवार्य रूप से अवलोकन करने की बात कही। सदस्य हरी पटेल ने कहा कि किसानों तक योजना का लाभ पहुंचाने में किसी भी तरह की परेशानी आ रही हो तो अधिकारी इसकी जानकारी बोर्ड के अध्यक्ष सहित सदस्यों को जरूर दें ताकि उसका समाधान किया जा सके। सदस्य पवन पटेल ने कहा की किसानों की शिकायतों का तत्परता से निदान करने और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों को संवेदनशीलता के साथ काम करने की बात कही।
उद्यानिकी संचालक माथेश्वरन वी ने कहा की बोर्ड के गठन का उद्देश्य उद्यानिकी फसल लेने वाले कृषकों की स्थिति को बेहतर बनाना तथा उनकी समस्याओं का तत्परता से समाधान करना है। उन्होंने अधिकारियों को विभागीय योजनाओं की लक्ष्य पूर्ति के लिए योजनाबद्ध तरीके से काम करने के निर्देश दिए। अपर संचालक उद्यान भूपेंद्र कुमार पांडेय ने अंत में आभार व्यक्त किया।