भोपाल । उपचुनाव के पहले भाजपा ने संगठन को मजबूत करने के लिए प्रभारियों को जवाबदारी सौंपी हैं और उनसे कहा है कि वे उपचुनाव वाले क्षेत्रों में वहां जाकर संगठन की गतिविधियों की जांच करें, जहां कमजोरी है। इसको लेकर प्रभारी बनाए गए नेताओं ने एक-एक दौरा भी पूरा कर लिया है और सूची तैयार करना शुरू कर दी है कि कहां-क्या करना है।
खंडवा लोकसभा और रैगांव, पृथ्वीपुर तथा जोबट विधानसभा उपचुनाव को लेकर भाजपा संगठन ने 26 जुलाई को प्रभारियों की नियुक्ति कर दी थी। इसमें प्रदेश सरकार के मंत्रियों से लेकर संगठन के प्रदेश पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को विधानसभावार जवाबदारी सौंपी है। नेताओं को संगठन ने बूथ यानी मतदान केन्द्रों तक संगठन को मजबूत करने को कहा है। वैसे भाजपा में बूथ की इकाई मजबूत रहती है और इसी रणनीति के तहत भाजपा चुनाव जीतती है, लेकिन दमोह उपचुनाव में अपनी सीट गंवा चुकी भाजपा अब एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है। इसलिए जिन नेताओं को प्रभारी बनाया गया है, उन्हें संगठन की मजबूती की जांच कराने के लिए कहा है, ताकि मालूम चल सके कि बूथ स्तर पर संगठन वहां कितना मजबूत है। इसको लेकर प्रभारियों का पहले चरण का दौरा पूरा हो गया है और कई प्रभारियों ने अपनी रिपोर्ट भी तैयार कर ली है जो भाजपा के प्रदेश संगठन को सौंपी जाएगी। वहीं राखी जैसा त्यौहार के बाद संगठन कई बड़ी गतिविधियां शुरू करने जा रहा है, जिसके तहत विभिन्न समाजों के सम्मेलन, बैठक और बड़े नेताओं के प्रवास कार्यक्रम रखे जाएंगे।