सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय के ज्ञान विज्ञान भवन में आयोजित त्रिदिवसीय दीक्षारंभ समारोह का समापन हुआ। इस कार्यक्रम की समन्वयक प्रो. रूचि घोष, विभगाध्यक्ष समाजशास्त्र विभाग एवम डॉ.अनीता तिलवारी, विभगाध्यक्ष माइक्रोबायोलॉजी विभाग के नेतृत्व में कार्यक्रम की शुरुआत हुई। यह समारोह पिछले तीन दिनों से विश्वविद्यालय परिसर में चल रहा था। इस अवसर पर, नवप्रवेशित छात्रों के लिए रेड क्रॉस अस्पताल द्वारा एक मेडिकल कैंप आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें आवश्यक चिकित्सा सलाह प्रदान की गई। “सत्र के अगले चरण में डॉ.जया फुकन महिला अध्यन विभाग ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम (2013) के महत्व और इसके प्रभावी कार्यान्वयन पर चर्चा की है। डॉ. नितिश डैनियल कानून विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर ने सूचना का अधिकार अधिनियम (2005) की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया, साथ साइबर सुरक्षा और बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) के महत्व को रेखांकित किया,
प्रोफेसर भूपेंदर सिंह आचार्य मनोविज्ञानिक विभाग और डॉ. रचना दवे” बरकतुल्लाह यूनिवर्सिटी भोपाल ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व और इसके प्रभावी प्रबंधन पर जोर दिया, जिससे समाज में जागरूकता और सहायता प्राप्त करने में मदद मिली।
ए.के. सक्सेना और डॉ. राहुल सिंह पारीहार ने राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के बारे में जानकारी दी। NSS के विभिन्न अभियानों और गतिविधियों के माध्यम से छात्रों द्वारा किए गए समाजसेवा के कार्यों की सराहना की।
डॉ. अभिलाषा भवासर, विभागाध्यक्ष (पर्यावरण विज्ञान), ने छात्रों के क्लबों का परिचय कराया।
डॉ. गर्ग ने इनोवेशन क्लब के महत्व पर चर्चा की और बताया कि यह क्लब छात्रों को नवाचार और शोध में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करता है। डॉ. अलोक मिश्रा निदेशक, मेजर ध्यानचंद खेल परिसर, बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय, भोपाल ने स्पोर्ट्स क्लब में संचालित गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। प्रोफेसर अंशुजा तिवारी ने कार्यक्रम के अंतिम चरण में टैलेंट हंट/शोकेस, सांस्कृतिक उत्सव और प्रदर्शन के आयोजन की जानकारी दी। समापन समारोह में छात्रों ने अपनी विविध प्रतिभाओं का प्रदर्शन किया, जिसमें भाषण, गायन, और नृत्य शामिल थे। प्रोफेसर तिवारी ने बताया कि इस समारोह ने केवल छात्रों की कला और सांस्कृतिक क्षमताओं को उजागर किया बल्कि कार्यक्रम की सफलता को भी सुनिश्चित किया। मंच संचालन डॉ. सुनील कुमार स्नेही सहायक प्राध्यापक माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा किया गया