सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : लंबे समय तक राजनीतिक और संवैधानिक पदों पर आसीन रहे बाबू जगजीवन राम की जयंती पर कांग्रेसजनों ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में उनके चित्र पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया।
कांग्रेसजनों ने बाबू जगजीवन राम के जीवन पर प्रकाश डालते हुये बताया कि वे सिर्फ़ एक राजनेता नहीं थे, उन्होंने अपना ज्यादातर जीवन देश की शोषित जातियों की आवाज़ उठाने और भारत की आज़ादी के लिए लड़ने में समर्पित किया था। एक दलित नेता होने के साथ साथ एक समाज सुधारक के रूप में देश के लिए उनका योगदान अन्य प्रमुख प्रभावों की तुलना में कहीं ज्यादा रहा।
बाबू जगजीवन राम जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट के सदस्य थे, जहां वे सबसे युवा मंत्री थे और भारत की संविधान सभा के सदस्य थे। बहुत कम लोगों ने सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर जोर दिया और वे उनमें से एक थे। वे अनेकों केंद्रीय मंत्रालयों में मंत्री रहे। सामाजिक न्याय के लिए लड़ने वाले जगजीवन राम की 1935 में इंडियन डिप्रेस्ड क्लासेस लीग के गठन में अहम भूमिका रही। यह संगठन समाज के दबे-कुचले लोगों के लिए समानता और कल्याण सुनिश्चित करने पर केंद्रित था। ग्रामीण श्रम कल्याण के लिए पूरी तरह से समर्पित रहकर उन्होंने कई आंदोलनों में हिस्सा लिया। बाद में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए, जहाँ उन्होंने चालीस वर्षों से अधिक तक कई विभागों में पूरे मन से काम किया। उनके जन्मदिन को ‘‘समता दिवस’’ या ‘‘समानता दिवस’’ के रूप में भी मनाता है, ताकि विभिन्न प्रकार के सामाजिक उत्पीड़न और जातिगत भेदभाव के खिलाफ उनके युद्ध और समानता और कल्याण के साथ एक सामाजिक समुदाय को बढ़ावा देने के उनके विचारों को याद किया जा सके।
इस अवसर पर कांग्रेस नेता निदेशक संजय कामले, रवि सक्सेना, अवनीश बुंदेला, आनंत तारण, शहरयार खान, निदेशक विक्रम चौधरी, सीताशरण सूर्यवंशी, सै. मुजफ्फर अली सहित अन्य कांग्रेसजन उपस्थित थे।
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