नई दिल्ली । देश और दुनिया में योग गुरु के रूप में ख्यात बाबा रामदेव के पतंजलि समूह की सहायक कंपनी रुचि सोया को फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ के लिए मार्केट रेग्युलेटर सेबी की तरफ से मंजूरी मिल गई है। मनीकंट्रोल के मुताबिक कंपनी का 4300 करोड़ रुपए का एफपीओ अगले हफ्ते आ सकता है। सेबी के नियमों के मुताबिक किसी भी लिस्टेड कंपनी में न्यूनतम पब्लिक होल्डिंग 25 फीसदी होनी चाहिए। इसी शर्त को पूरा करने लिए रुचि सोचा एफपीओ ला रही है।

कंपनी के प्रमोटरों को इस एफपीओ के जरिए कंपनी में अपनी हिस्सेदारी कम से कम 9 फीसदी कम करनी है। अभी कंपनी में प्रमोटर ग्रुप की 98.90 फीसदी हिस्सेदारी है। सेबी के नियमों के प्रमोटरों को कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 75 फीसदी करनी है और इसके लिए उसे दिसंबर 2022 तक का समय दिया गया है। इस एफपीओ से मिलने वाले फंड का इस्तेमाल कंपनी अपनी उधारी चुकाने में करेगी। रुचि सोया की स्थापना 1986 में किया गया था और खाद्य तेल सेगमेंट में यह प्रमुख एफएमसीजी ब्रांड्स में शामिल है। साथ ही यह देश में सोया फूड्स बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल है। पतंजलि आयुर्वेद ने 2019 में इनसॉल्वेंसी के जरिए इसे खरीदा था। बाबा रामदेव ने हाल में कहा था कि उनका लक्ष्य दो साल के भीतर कंपनी को कर्जमुक्त बनाना है। कंपनी का कहना है कि एफपीओ से मिलने वाली रकम में से 2,663 करोड़ रुपये कर्ज उतारने में और 593.4 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल पर खर्च किए जाएंगे। बाकी राशि जनरल कॉरपोरेट पर्पज के लिए इस्तेमाल की जाएगी।