सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बांग्लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद अब राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन को हटाने की मांग तेज हो गई है। हजारों प्रदर्शनकारी राजधानी ढाका में राष्ट्रपति भवन के बाहर इकट्ठा हुए और शहाबुद्दीन से इस्तीफा मांग रहे थे। प्रदर्शनकारियों का गुस्सा राष्ट्रपति के उस बयान पर था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पास हसीना के इस्तीफे का कोई सबूत नहीं है।

राष्ट्रपति ने एक इंटरव्यू में कहा, “मैंने सुना है कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है, लेकिन मेरे पास कोई प्रमाण नहीं है।” उनके इस बयान के बाद प्रदर्शनकारी नाराज हो गए और राष्ट्रपति को पद से हटाने की मांग करने लगे। प्रदर्शन में शामिल छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि दो दिनों में राष्ट्रपति नहीं हटाए गए, तो वे फिर से सड़कों पर उतरेंगे।

पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कम से कम पांच लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

बांग्लादेश में यह चर्चा तेज हो गई है कि क्या शेख हसीना अब भी प्रधानमंत्री हैं। हाल ही में उनके बेटे ने दावा किया था कि हसीना अभी भी बांग्लादेश की असली प्रधानमंत्री हैं, हालांकि 5 अगस्त को उन्हें देश छोड़ना पड़ा था। राष्ट्रपति शहाबुद्दीन का बयान और हसीना का भागना बांग्लादेश के राजनीतिक हालात को और भी जटिल बना रहा है।

बांग्लादेश के कानून मंत्री आसिफ नजरूल ने राष्ट्रपति के बयान की निंदा की और कहा कि यदि राष्ट्रपति अपने रुख पर कायम रहते हैं, तो सरकार को उनके पद पर रहने को लेकर विचार करना चाहिए।

बांग्लादेश की राजनीतिक स्थिति पर नजरें बनी हुई हैं, और प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर सतर्क हैं।