सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : आउटकम आधारित शिक्षा और इंजीनियरिंग कॉलेजों की मान्यता पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन एनआईटीटीटीआर भोपाल में किया गया। एनआईटीटीटीआर के निदेशक सी.सी. त्रिपाठी ने अपने स्वागत संदेश में कहा कि आज राज्य में इंजीनियरिंग कॉलेजों की गुणवत्ता सुधारने की आवश्यकता है। एनआईटीटीटीआर भोपाल पूरे देश में मान्यता के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। प्रो. त्रिपाठी ने पाठ्यक्रम निर्माण और अन्य क्षेत्रों में एनआईटीटीटीआर भोपाल द्वारा किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड (एनबीए) के सदस्य सचिव ए.के. नासा ने इस कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और नए स्व-मूल्यांकन रिपोर्ट (एसएआर) के प्रारूप की जानकारी दी। एनबीए के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, गुणवत्ता मानकों की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि आउटकम आधारित शिक्षा सैद्धांतिक ज्ञान पर आधारित नहीं है, बल्कि अनुभवात्मक ज्ञान पर आधारित है।
मध्य प्रदेश के तकनीकी शिक्षा सचिव रघुराज माधव राजेंद्रन ने कौशल विकास और रोजगार की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उड़ीसा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलपति एस.एस. पटनायक ने मूल्यांकन और आकलन उपकरणों पर चर्चा की। प्रो. संजय अग्रवाल ने स्व-मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में मौजूद विशेषज्ञों ने सभी सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर दिया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. पल्लवी भटनागर ने किया। इस कार्यशाला में मध्य प्रदेश के 150 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेजों के प्राध्यापक उपस्थित रहे।
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