भोपाल । शहर के हबीबगंज रेलवे स्टेशन पर बना ऑटोमेटिक ट्रेन वाशिंग प्लांट कोचों की धुलाई के ‎लिए अब पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इसका ट्रायल बीते एक सप्ताह से चल रहा था। यह प्लांट अब इसी महीने शुरु हो जाएगा। इस प्लांट में 24 कोच वाली एक ट्रेन अधिकतम आठ मिनट में धुलकर तैयार हो जाएगी। एक ट्रेन के धुलाई में 10 हजार लीटर पानी बचेगा। हबीबगंज रेलवे स्टेशन के डिपो में अभी ट्रेनों की धुलाई कर्मचारियों से कराई जाती है। एक ट्रेन का बाहरी हिस्सा धुलने में औसतन छह कर्मचारियों को चार घंटे लगते हैं। 15 हजार लीटर पानी भी लगता है। यह धुलाई प्लांट के जरिए होगी। इसमें रोजाना 50 से अधिक ट्रेनें धुल सकती हैं। आटोमेटिक वॉशिंग प्लांट प्लेटफार्म-पांच की तरफ स्टेशन के भोपाल छोर की तरफ बनाया है। इसकी लागत करीब दो करोड़ रुपये व लंबाई 70 मीटर है। अभी ट्रेनों को साफ करने का काम सफाईकर्मी करते हैं। एक ट्रेन को चार सफाईकर्मी चार से पांच घंटे में धुलते हैं। अधिकतम 15 हजार लीटर पानी लग जाता है। जब यही ट्रेन मशीन से धुलेगी तो तीन से पांच हजार लीटर पानी ही लगेगा। 10 हजार लीटर पानी बचेगा। ट्रेनों के अंदर की धुलाई सफाईकर्मी ही करेंगे। धुलाई के लिए साफ पानी का उपयोग नहीं होगा। ट्रेनों का मेंटेनेंस अलग पिट लाइनों पर होगा। अभी हबीबगंज में दो पिट लाइन पहले से हैं, तीसरी बनाई जा रही है। कोचों की धुलाई के ‎लिए यह प्लांट रेल लाइन पर बना है। लाइन के दोनों तरफ चार बड़े ब्रश हैं। बूस्टर पंप लगे हैं। यह ऑटोमेटिक प्लांट हैं। ट्रेन को इसमें से गुजारा जाएगा। ब्रश व पानी से कोचों का बाहरी हिस्सा स्वत: धुलेगा। हबीबगंज विश्व स्तरीय सुविधा वाले स्टेशनों में तब्दील हो गया है। इस स्टेशन से गुजरने व चलने वालीं ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाएगी। ऐसे में अधिक ट्रेनों की धुलाई व सफाई का दबाव रहेगा। जिसकी तैयारी की जा रही है। हबीबगंज-हजरत निजामुद्दीन भोपाल एक्सप्रेस, हबीबगंज-जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस, हबीबगंज-रीवा रेवांचल एक्सप्रेस, हबीबगंज-संतारागाछी हमसफर साप्ताहिक एक्सप्रेस, हबीबगंज-अगरतला साप्ताहिक एक्सप्रेस, हबीबगंज-पुणे साप्ताहिक हमसफर एक्सप्रेस की धुलाई होगी।