आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : ऑस्ट्रेलिया ने भारत को फाइनल में हराकर छठी बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया। कंगारू टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो हार से की और समापन इन्हीं दोनों टीमों को हराते हुए किया।

डंवाडोल आगाज के बाद भी ऑस्ट्रेलिया अगर खिताब जीतने में कामयाब हुआ तो इसके पीछे 5 खिलाड़ियों का खास योगदान है। ये सितारे ओपनर डेविड वार्नर और ट्रैविस हेड के साथ-साथ कप्तान पैट कमिंस, लेग स्पिनर एडम जम्पा और तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क हैं।

  1. डेविड वॉर्नर

ऑस्ट्रेलिया के ओपनर डेविड वॉर्नर ने टूर्नामेंट में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए। पहले तीन मैचों में वॉर्नर का प्रदर्शन निराशाजनक था। उन्होंने भारत के खिलाफ 41, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 13 और श्रीलंका के खिलाफ 11 रन बनाए थे। लेकिन चौथे और पांचवें मैच में उन्होंने लगातार दो सेंचुरी लगाई। वार्नर ने बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी अर्धशतक लगाए और टीम की सेमीफाइनल की राह आसान की।

  1. एडम जम्पा

एश्टन एगर की गैरमौजूदगी में एडम जम्पा पर स्पिन अटैक का पूरा दारोमदार आ गया। भारत की स्पिन फ्रैंडली पिचों का जम्पा ने पूरा फायदा उठाया और टूर्नामेंट में टीम के लिए टॉप विकेट टेकर बने। जम्पा ने 23 विकेट लिए।

ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर का टूर्नामेंट में पीक तब आया जब उन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ दिल्ली के मैदान पर 8 रन दे कर 4 विकेट झटके। इस वर्ल्ड कप में जम्पा ने लगातार 3 मैचों में 4 विकेट लिए और हर मैच में टीम को ब्रेकथ्रू दिलाया। जम्पा ने समीफाइनल के अलावा टूर्नामेंट के हर एक मुकाबले में कम से कम 1 विकेट जरूर लिया।

  1. पैट कमिंस

ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने इस वर्ल्ड कप में 15 विकेट लिए। कप्तान ने समीफाइनल में 2 और फाइनल मुकाबले में भी तीन विकेट लिए। इसके अलावा उन्होंने बल्ले के साथ भी कप्तान का रोल अदा किया। अफगानिस्तान के खिलाफ जब ऑस्ट्रेलिया के लगातार विकेट गिर रहे थे और मैक्सवेल एक छोर से रनों की जिम्मेदारी निभा रहे थे, तब कमिंस ने दूसरे छोर से विकेट संभाला था। अफगानों के खिलाफ कमिंस ने 62 बॉल फेस की और 2 घंटे पिच पर नाबाद रहे। इसके अलावा उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 14 बॉल में 37 रन की विस्फोटक पारी खेली।

  1. ट्रैविस हेड

ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला वर्ल्ड कप खेलने वाले ट्रैविस हेड सेमीफाइनल और फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे। यह कारनामा करने वाले वे दुनिया के सिर्फ दूसरे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के ही शेन वार्न 1999 वर्ल्ड कप के समीफाइनल और फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे।

टूर्नामेंट के शुरुआती हिस्से में हेड इंजर्ड थे। वे वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के 11 में से सिर्फ 6 मुकाबले खेल पाए। इसके बावजूद उन्होंने अपना बड़ा इम्पैक्ट दर्ज कराया। हेड ने फाइनल मैच से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भी शतकीय (109 रन) पारी खेली थी।

  1. मिचेल स्टार्क

ऑस्ट्रेलिया के स्ट्राइक बॉलर मिचेल स्टार्क के लिए वर्ल्ड कप की शुरुआत खास नहीं रही थी। स्टार्क को हर मुकाबले में 1 से 2 विकेट ही मिल रहे थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ धर्मशाला में स्टार्क को एक भी विकेट नहीं मिला था। लेकिन इसके बाद से स्टार्क कन्सिस्टेंट हुए और बेहतर प्रदर्शन करते चले गए। सेमीफाइनल और फाइनल के अहम मौकों पर स्टार्क ने बता दिया कि आखिर क्यों उनका नाम दुनिया के बेस्ट पेसर्स में शुमार है।

स्टार्क ने इन दो नॉकआउट मुकाबलों में 3-3 विकेट लिए और टीम के लिए गेमचेंजर साबित हुए। स्टार्क के नाम इस वर्ल्ड कप कुल 16 विकेट आए, जो कि टीम में जम्पा के बाद सबसे ज्यादा और जोश हेजलवुड के बराबर है। स्टार्क ने सेमीफाइनल मैच में टीम के लिए करीब 1 घंटे तक बल्लेबाजी भी की थी।