सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इस एपिसोड में हम एक महत्वपूर्ण विषय “वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)” पर चर्चा करेंगे। वायु प्रदूषण का हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण पर गहरा असर होता है, और AQI वह पैमाना है जिससे हम हवा की शुद्धता या प्रदूषित होने का स्तर मापते हैं।

AQI क्या है और कैसे काम करता है? AQI, यानी Air Quality Index, एक संकेतक है जो यह बताता है कि हवा में प्रदूषक तत्व कितने मौजूद हैं और यह हमारे स्वास्थ्य पर कैसा असर डाल सकता है। AQI को छह श्रेणियों में बांटा गया है:

  1. हरा (0-50): हवा शुद्ध होती है और स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं डालती।
  2. पीला (51-100): सामान्य रूप से सुरक्षित है, लेकिन कुछ संवेदनशील लोगों को मामूली दिक्कत हो सकती है।
  3. नारंगी (101-150): संवेदनशील लोगों के लिए अस्वास्थ्यकर। बुजुर्गों और बच्चों को सावधानी बरतनी चाहिए।
  4. लाल (151-200): अस्वास्थ्यकर हवा। सभी लोगों के लिए सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
  5. बैंगनी (201-300): स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।
  6. भूरा (301 और ऊपर): यह आपातकालीन स्थिति होती है, जिसमें हवा बेहद खतरनाक हो जाती है।

मुख्य प्रदूषक तत्व: AQI को मापने के लिए पांच प्रमुख प्रदूषक तत्वों पर ध्यान दिया जाता है:

  1. जमीनी स्तर का ओजोन
  2. कण प्रदूषण (PM2.5 और PM10)
  3. कार्बन मोनोऑक्साइड
  4. सल्फर डाइऑक्साइड
  5. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड

AQI और आपका स्वास्थ्य: जब AQI का स्तर 100 से ऊपर हो जाता है, खासकर नारंगी या उससे ऊपर की श्रेणियों में, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को इससे अधिक प्रभावित होने का खतरा रहता है। इसलिए, जब AQI बढ़ता है, तो आपको अपनी बाहरी गतिविधियों को सीमित रखना चाहिए और घर के अंदर रहकर एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करना चाहिए।

AQI कैसे जानें: आज के समय में कई मोबाइल ऐप्स और वेबसाइट्स हैं, जो आपके शहर का AQI दिखाती हैं। इनका इस्तेमाल करके आप आसानी से अपने क्षेत्र की हवा की गुणवत्ता के बारे में जान सकते हैं और अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रह सकते हैं।

हरित प्रेरणा का संदेश: हर दिन हरियाली, हर दिन हरित प्रेरणा के इस संदेश को ध्यान में रखते हुए, आइए हम वायु प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाएं। छोटी-छोटी हरित पहल से हम प्रदूषण को कम कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

“हर दिन हरियाली, हर दिन हरित प्रेरणा, वीरजी साहिब की प्रेमपूर्ण पहल – Green Donor। अंत में, मेरे वीरजी साहिब को कोटि कोटि प्रणाम।”