सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय भोपाल में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जन्मशती एवं विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय में मुख्य अतिधि के रूप में मध्य प्रदेश के मुख्य आयुक्त उमाशंकर पचौरी एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के लोकपाल हरेंद्र मोहन मिश्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की माननीय कुलगुरु खेमसिंह डहेरिया ने की। कार्यक्रम में अटल विचार किया गया जिसमें विश्वविद्यालय के संकाय अध्यक्ष ने सबको संबोधित करते हुए कहा कि अटल बिहारी का जीवन एक महामानव का जीवन है. जिसने भारत को एक नई दृष्टि दी।
विशिष्ट अतिथि हरेन्द्र मोहन मिश्र लोकपाल, अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय, ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि मैं निदेशक अटल के से अपने विद्यार्थी जीवन से ही प्रभावित रहा और जब मैं 19 साल का था तब उनसे पहली बार मेरा साक्षात्कार हुआ। वो एक भविष्यवक्ता और भारतदृष्टा थे।
मुख्य अतिथि उमाशंकर पचौरी मुख्य सूचना आयुक्त म.प्र. शासन ने अपने वक्तव्य में अटल को कर्मवादी की संज्ञा देते हुए कहा गया कि अटल जी कर्मवादी थे। उनके जीवन में कर्म ही प्रधान रहा। उन्होंने आने वाले भारत को प्रेरणा दी।
विश्वविद्यालय के कुलगुरु खेमसिंह डहेरिया ने अपने वक्तव्य में अटल के संपूर्ण जीवन व चिंतन पर दृष्टि डालते हुए कहा कि अटल बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे। हमारा विश्वविद्यालय प्रारंभ से ही उनकी दिखाई गई राह में त्चल कर नित उन्नति की ओर जा रहा है। हम अटल के नाम को सार्थक करने के लिए पूर्णत प्रयासरत हैं।
इसके साथ ही नाट्य विभाग के छात्रों द्वारा रवींद्र मुंडे के नेतृत्व में अटल की चुनिंदा कविताओं का काव्य पाठ किया गया। कार्यक्रम में अंत में विश्वविद्यालय के कुलसचिव शैलेन्द्र कुमार जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में वर्ष भर आयोजित अंतर विश्वविश्वविद्यालयीन, जिला स्तरीय, संभाग स्तरीय व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले छात्रों को शील्ड व प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक, शिक्षक, समस्त कर्मचारीगण के साथ साथ अनेक छात्र उपस्थित रहे।
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