भोपाल । बारिश के कारण राजधानी में डामर की सड़कें उखडऩा शुरू हो गई हैं। पूरे शहर सड़कों की स्थिति खराब हो रही है। कहीं गड्ढों, तो कहीं सड़क धंसने के कारण वाहन चालक तेज दचके लग रहे हैं, जिससे वे लडख़ड़ा जाते हैं। नगर निगम कुछ जगह कच्चा पेचवर्क जरूर कर रहा है, लेकिन बारिश में या तो वह बह जाता है या आसपास फैलता है। इससे वाहनों के फिसलने का खतरा भी बढ़ रहा है।

उधर, बारिश का सिलसिला महज एक दिन के लिए बंद हुआ कि सड़कों पर धूल के बादल छाने लगे हैं। दरअसल, बारिश के चलते सड़कें उखड़ गई हैं। सबसे ज्यादा बुरे हाल डामर की सड़कों के हैं। छोटे आकार की गिट्टी सड़कों पर फैल गई है। इस कारण वाहन निकलने पर धूल के गुबार छा जाते हैं।  सबसे अधिक मंत्रालय के सामने, प्रभात पेट्रोल पंप से हबीबगंज नाके तक, कॅरिअर कॉलेज से अवधपुरी तक, आइएसबीटी के सामने, बिड़ला मंदिर के सामने, हमीदिया रोड, सीहोर रोड, रायसेन रोड पर धूल उड़ रही है। इस कारण बीमारियां बढ़ रही हैं। एलर्जी, अस्थमा, आंखों जलन और एलर्जी के मरीज बढ़े हैं। विशेषज्ञों का कहना कि मौसम खुला रहा तो और धूल उड़ेगी, जिससे इन बीमारियों के मरीज तीन से चार दिन के भीतर दोगुने हो सकते हैं।

निमोनिया होने की आशंका बढ़ी

चिकित्सकों के अनुसारर निमोनिया समेत कई तरह के कीटाणु मिट्टी व धूल में होते हैं। हवा के जरिए सांस नली में इनके पहुंचने से निमोनिया व अन्य संक्रमण हो सकता है। एक दिन के भीतर ही ओपीडी में अस्थमा, एलर्जी, गले में एलर्जी के मरीज 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। धूल बढऩे का स्वास्थ्य पर तीन-चार दिन बाद और ज्यादा असर दिखाई देगा। एलर्जी बढऩे की वजह से सांस नली में सूजन के मरीज भी बढ़े हैं।