सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: कोरिया में गुरुवार से केडिट एशियन चैंपियनशिप शुरू हो गया है। इस टूर्नामेंट में भारत के 18 खिलाड़ी अप्रूवल न मिलने की वजह से नहीं जा पाए हैं। जूडो फेडरेशन के अधिकारियों की मानें तो खेल मंत्रालाय और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया से अप्रूवल मिलने में देरी हुई, जिसकी वजह से वीजा अप्लाई में देरी हुई। इस वजह से ही वीजा समय पर नहीं मिल पाया। अधिकारियों के रवैये से खिलाड़ी निराश हैं।
साउथ कोरिया में 29 और 30 अगस्त को एशियन कैडिट चैंपियनशिप में भारत के 18 खिलाड़ियों का चयन किया गया था। जिसमें 9 लड़के और 9 लडकियां शामिल हैं। इस टूर्नामेंट के लिए ट्रायल पिछले महीने 21 से 23 जुलाई तक दिल्ली में हुआ था। इस ट्रायल में भाग लेने वाले खिलाड़ियों से रजिस्ट्रेशन के लिए 2000 और एंट्री फी 1500 रुपए में लिया गया था।
जूडो प्लेयर के पिता बोले- पिछले 6-7 साल से मेहनत कर रहा बेटा
90+ कैटगिरी में सिलेक्ट हुए श्री गंगा नगर के बबनूर सिंह के पिता जसविंदर सिंह ने बताया कि बेटा पहली बार इंटरनेशनल टूर्नामेंट के लिए सिलेक्ट हुआ। इसके लिए वह पिछले 6-7 सालों से मेहनत कर रहा था। बेटा पिछले महीने हुए ट्रायल में पहले स्थान पर था। उसे 27 अगस्त को प्लाइट पकड़ना था और 28 अगस्त को वहां रिपोर्ट करना था। जबकि खिलाड़ियों को वीजा 28 अगस्त शाम को मिला। जिसकी वजह से उनके बेटे सहित अन्य खिलाड़ी नहीं जा पाए। उनका आरोप है कि जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया ने वीजा के लिए 22 जुलाई को अप्लाई किया था। अगर ये सही समय पर अप्लाई कर देते तो खिलाड़ियों को परेशानी नहीं होती।
रजिस्ट्रेशन के लिए 2000 रूपए फीस
47-48 किलो वेट के लिए चयनित समिता पाल ने बताया कि वह बंगाल की रहने वाली है। पिछले कुछ सालों से बेंगलुरु में JSW अकादमी में प्रैक्टिस करती है। उन्होंने दिल्ली में 21 से 23 जुलाई तक हुए ट्रायल में भाग लिया था। रजिस्ट्रेशन के लिए 2000 और एंट्री फी के लिए 1500 रुपए लिए गए थे। हमें समय पर वीजा नहीं मिल पाया, जिसकी वजह से हम लोग नहीं जा पाए और देश के लिए सपना अधूरा ही रह गया।
जूडो फेडरेशन ऑफ इंडिया के एडवाइजरी कमिटी के सदस्य वीरेंद्र वशिष्ठ का कहना है कि खिलाड़ियों के ट्रायल के बाद 26 जुलाई को चयनित खिलाड़ियों की लिस्ट स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और खेल मंत्रालय को भेज दिया गया था। हमें 20 अगस्त की शाम को अप्रूवल मिला। जिसके बाद हमने वीजा के लिए अप्लाई कर दिया था। हमें वीजा 28 अगस्त की शाम को मिला, इस वजह से कैडेट के खिलाड़ियों को भेज नहीं पाए।