आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एक्ट्रेस तारा सुतारिया फिल्म ‘अपूर्वा’ में नजर आएंगी। उनकी मानें तो इस फिल्म के जरिए वो असल मायनों में अपना एक्टिंग टैलेंट ऑडियंस के सामने ला पाएंगी. हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान, तारा ने इस फिल्म से जुड़ी कुछ बातें शेयर कीं। बातों-ही-बातों में उन्होंने बताया कि फिल्म के सीन्स इतने इंटेंस थे कि एक वक्त वह सड़क पर बैठकर रोने लग गई थीं। आइए जानते हैं क्या कहा उन्होंने:

एक्टिंग को लेकर जो भी मेरी इच्छाएं थी वो अब इस फिल्म के जरिए पूरी होती दिख रही हैं?

आखिरकार मुझे एक ऐसा इंटेंस रोल करने का मौका मिल रहा है। इस फिल्म को लेकर नर्वस भी हूं और उत्साहित भी। पहली बार एक ऐसा रोल निभाते नजर आऊंगी जो मैं पिछले कई सालों से करना चाहती थी। एक्टिंग को लेकर जो भी मेरी इच्छाएं थी वो अब इस फिल्म के जरिए पूरी होती दिख रही हैं जो कि मैं ऑडियंस के साथ शेयर कर पाऊंगी। मेरी जो एक्टिंग स्किल्स हैं, वो अब लोगों को देखने मिलेगी। अब तक हमने जो भी ट्रेलर में दिखाया है वो बहुत ही कम हैं। हमने जानबूझकर कम दिखाया, लेकिन फिल्म में बहुत कुछ हैं। जो नहीं दिखाया, मैं उस पर लोगों का रिएक्शन देखने के लिए उत्साहित हूं।

फिल्म की कहानी पहली बार सुनी तब रोंगटे खड़े हो गए थे

फिल्म से जुड़े हर किरदार का लेवल बहुत ही बड़ा है। फिल्म के अंत तक आपको ये लेवल देखने को मिलेगा। मुझे याद है जब निखिल सर (डायरेक्टर निखिल नागेश भट्ट) ने मुझे इस फिल्म की कहानी पहली बार सुनाई, तब मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। मैं किसी भी तरह से इस फिल्म का हिस्सा बनना चाहती थी। पूरी टीम ने हाल ही में ये फिल्म देखी। जिस तरह की उम्मीद की थी, बिलकुल उसी तरह फिल्म बनी है। ये हमारी पूरी टीम की एक साल की मेहनत है, बहुत लगन से बनाई है। बस, यही उम्मीद कर रही हूं कि लोगों को भी पसंद आए।

ज्यादा रिहर्सल नहीं की ताकि नेचुरल दिखे

मैंने तो तुरंत ही इस किरदार को स्वीकार कर लिया था। मेरे किरदार ‘अपूर्वा’ में बहुत कुछ सीखने को था। शूटिंग से पहले, हमने कई वर्कशॉप किए। मैंने SUV कार चलाना सीखा, जोकि मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है। एक्शन के लिए हमने ज्यादा तैयारी नहीं की थी क्योंकि हम चाहते थे कि वो नेचुरल दिखे। दरअसल, हमने इस फिल्म की ज्यादा रिहर्सल नहीं की ताकि वह नेचुरल दिखे। लेकिन, हमने जैसलमेर के एक सुनसान भूतिया रेगिस्तान में शूटिंग की थी। वो बहुत ही कठिन और दिलचस्प जर्नी थी क्योंकि वहा का मौसम बहुत ही खराब था और ऐसे में हमें एक्शन सीन करने थे। हर दिन हमें एक्शन शॉट देने थे जो कि आसान नहीं था।

सीन खत्म होने के बाद भी, मैं सड़क पर बैठकर रोए जा रही थी

फिल्म में कई सारे इमोशनल सीन के साथ-साथ कई सारे पावरफुल मोमेंट्स भी हैं। मुझे याद है, एक सीन के लिए हम बस के बाहर शूट कर रहे थे। पहले ही दिन हम बहुत ही स्ट्रांग और पावरफुल सीन शूट कर रहे थे। सीन खत्म हो गया लेकिन तकरीबन आधे घंटे तक, मैं वही सड़क पर बैठकर रोए जा रही थी। दरअसल सीन में’अपूर्वा’ के लिए वह बहुत ही तकलीफदेह मोमेंट था, जिसे शूट करना मेरे लिए बहुत मुश्किल हो गया।

फिल्ममेकर्स, राइटर्स, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स इस तरह से मुझे देखे की मैं ऐसी फिल्में कर सकती हूं

मेरी इच्छा तो यही है कि अब मुझे स्ट्रांग और पावरफुल रोल ऑफर हों। मैं कई सालों से इस तरह की फिल्म का इंतजार कर रही थी जो अब जाकर पूरी हुई है। उम्मीद करती हूं कि अब फिल्ममेकर्स, राइटर्स, प्रोड्यूसर, डायरेक्टर्स इस तरह से मुझे देखें कि मैं ऐसी फिल्में कर सकती हूं। ‘अपूर्वा’ जैसी और फिल्में करने की ख्वाहिश है।