आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) का 54वां संस्करण शुरू हो गया है। मंगलवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने इसका उद्घाटन किया। उन्होंने घोषणा की कि विदेशी फिल्म प्रोडक्शन यूनिट्स को भारत में फिल्म बनाने के लिए जो इन्सेंटिव दिया जाता है, उसे 40% तक बढ़ाया जाएगा।
वहीं, 4 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 30 से 32 करोड़ रुपए) की एक फिल्म बनाने पर 5% एडिशनल इन्सेंटिव दिया जाएगा, जिससे भारत में शूटिंग को बढ़ावा मिले और भारत का प्रमोशन भी हो। इस खास मौके पर दैनिक भास्कर ने उनसे बात की। पेश हैं बातचीत के कुछ अंश..
सवाल: IFFI को दुनियाभर के लोग पसंद कर रहे हैं, इसकी वजह क्या है?
जवाब: मुझे लगता है कि सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि लोग क्या देखना पसंद करते हैं और अगर आप उनको वो परोसते हैं तो सफलता आपके कदम चूमती है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो भारत सबसे ज्यादा फिल्में बनाने वाला देश है लेकिन विदेशी फिल्में यहां पर बनें, उसके लिए हमने एक बहुत बड़ा इन्सेंटिव लॉन्च किया है।
4 मिलियन यूएस डॉलर (लगभग 30 से 32 करोड़ रुपए) की एक फिल्म बनाने पर 5% एडिशनल इन्सेंटिव दिया जाएगा। मुझे लगता है कि इससे हमारे यहां शूटिंग भी बढ़ेगी। साथ ही कैमरामैन, मेकअप मैन समेत कई लोगों का रोजगार का मौका मिलेगा। साथ ही दुनिया भर में इन फिल्मों के जरिए भारत को जो प्रमोशन मिल सकता है, वो भी मिलेगा।
फिल्म फेस्टिवल में मौका होता है फिल्म बाजार लगाने का। इस बार यहां एक हजार के लगभग लोग दुनिया के अलग-अलग कोनों से आए हैं, इसका मतलब स्तर बढ़ा है। इस बार 3 हजार फिल्मों का नॉमिनेशन आया है, जो कि पिछली बार से 3 गुना ज्यादा है, मतलब रुचि बढ़ी है। यह अपने आप में बताता है कि दुनिया की इच्छा IFFI में अपनी फिल्में दिखाने और प्रोत्साहन पाने की है।
सवाल: इस साल IFFI में आपने ‘क्रिएटिव माइंडस ऑफ टुमॉरो’ नाम से इनिशिएटिव शुरू किया है। इसके बारे में थोड़ा बताएं?
जवाब: यह एक 48 घंटे का चैलेंज है जिसमें भाग लेने वाले लोगों को एक अच्छा प्रोजेक्ट बनाकर देना है। इन 48 घंटों के बाद कई लोगों के पास यह मौका होगा कि कई कंपनियां उनको हायर करने के लिए तैयार होंगी। यानी वो यहां प्रशिक्षण और शिक्षा लेकर मास्टर क्लास का हिस्सा भी बनेंगे।
पिछले दो साल में जिन युवाओं ने इस इनिशिएटिव में हिस्सा लिया उनमें से कई बच्चों को अपने कंटेंट के लिए इंटरनेशनल मार्केट में पहचान मिली। इस तरह से अगले दस सालों में लगभग एक हजार से ज्यादा युवाओं का एक पूल होगा जो भारत में नया कंटेंट पेश कर रहा होगा।
सवाल: अवॉर्ड्स का चयन क्या सोचकर किया?
जवाब: पिछले साल आशा पारेख जी को दादा साहब फाल्के पुरस्कार दिया गया था और इस साल यह वहीदा रहमान जी को दिया गया।
इसी तरह हमने IFFI में भारतीय सिनेमा में अपना योगदान देने के लिए माधुरी दीक्षित जी को सम्मानित किया। पिछले साल हमने हेमा मालिनी जी को सम्मानित किया था। तो महिलाओं का भी सिनेमा जगत में बहुत बड़ा योगदान है जिसे हमने यहां पर पहचान दी।
माइकल डगलस भी हॉलीवुड का बहुत बड़ा नाम है। हम खुश हैं कि उन्होंने सत्यजीत रे लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड को एक्सेप्ट किया। वो अपनी पत्नी और बेटे के साथ यहां आ रहे है। इसका मतलब है कि IFFI ने कहीं ना कहीं दुनिया में बहुत बड़ी पहचान बनाई है।
सवाल: OTT पर आप जो सेल्फ रेगुलेशन वाला नियम लेकर आए हैं। क्या ये काम किया?
जवाब: ओटीटी पर अश्लीलता और अभद्रता को लेकर बहुत ज्यादा शिकायतें आना शुरू हो गई थी। ऐसे में मेरा मानना था कि जब जरूरत ही नहीं तो अश्लीलता क्यों परोसी जाए। जब हम सेल्फ रेगुलेट करके यह तय कर सकते हैं कि हमारे यहां क्या देखा जाना चाहिए तो ऐसा कुछ परोसा ही नहीं जाना चाहिए जिसके चलते यहां पर कोई विवाद खड़ा हो।
सवाल: आप स्टार प्रचारक हैं। क्रिकेट में भी रुचि है। टाइम निकाल पाते हैं थोड़ा बहुत देखने का?
जवाब: जी, वर्ल्ड कप में सेमी-फाइनल और फाइनल दोनों ही मैच देखने गया था। भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। मुझे आशा है कि इस प्रदर्शन को देखकर कई खिलाड़ी उभरकर सामने आएंगे। मैं समझता हूं कि भारत में खेलों के प्रति एक नया रुझान जो आया है उसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी जी भी एक बड़ा कारण हैं.. क्योंकि उन्होंने हमेश खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाया है। कभी उनका मनोबल गिरने नहीं दिया।
सवाल: आखिरी बार फिल्म कब देखी थी आपने?
जवाब: ये बड़ा मुश्किल सवाल है। थिएटर में कोई फिल्म देखे तो बहुत समय हो गया। दो तीन महीने पहले ओटीटी पर जरूर कुछ देखा था और यही एक फायदा है OTT का कि आप किश्तों में कुछ भी देख सकते हो।
सवाल: IFFI अब काफी आगे बढ़ गया है। आगे क्या करने वाले हैं?
जवाब: सबसे बड़ी बात है कि IFFI हर फिल्म प्रेमी तक पहुंचे। जो यहां नहीं आ पा रहे वो अपने मोबाइल फोन पर ही देख पाएं। इसके लिए हमने इस बार कई टाई-अप किए हैं और प्रोग्राम लाइव स्ट्रीम भी किया है।