सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एम्स भोपाल के बाल्य रोग विभाग द्वारा आईएपी भोपाल के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर थैलेसीमिया रोग के रोगियों, उनके माता-पिता और कई अन्य रोगियों एवं उनके परिचारकों के साथ जागरूकता और संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक अजय सिंह ने प्रारंभिक हस्तक्षेप और शिक्षा के महत्व को देखते हुए, थैलेसीमिया की रोकथाम और प्रबंधन में जागरूकता अभियानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बीमारी से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए यह सर्वोपरि है। “समय पर हस्तक्षेप और उचित देखभाल के साथ, हम थैलेसीमिया के बोझ को काफी हद तक कम कर सकते हैं और इस स्थिति से प्रभावित व्यक्तियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकते हैं।”
प्रत्येक वर्ष विश्व स्तर पर थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है “जीवन को सशक्त बनाना, प्रगति को गले लगाना: सभी के लिए समान और सुलभ थैलेसीमिया उपचार” जिससे सभी सुरक्षित और अनुमोदित उपचार तक मरीजों की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए एकीकृत प्रयास की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। डॉ. योगेन्द्र सिंह यादव (एसोसिएट प्रो.) ने थैलेसीमिया रोगों और एम्स भोपाल में उपलब्ध उपचार सुविधाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया। सृष्टि (सीनियर रेजिडेंट) ने थैलेसीमिया रोग, उनकी जटिलताओं, प्रबंधन और रोकथाम के बारे में अच्छी तरह से समझाया। थैलेसीमिया से प्रभावित परिवारों के लिए प्रसव पूर्व आनुवंशिक परामर्श की आवश्यकता पर भी जोर दिया गया। मरीजों के माता-पिता ने भी थैलेसीमिया रोग से संबंधित अपने प्रश्न पूछे और इस गतिविधि में सक्रिय रूप से भाग लिया।