सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: आज हम बात कर रहे हैं अंटार्कटिका में हो रहे उस अनोखे बदलाव की, जहां पहले केवल बर्फ का साम्राज्य था, लेकिन अब वहां हरी काई और शैवाल उगने लगे हैं। यह बदलाव जलवायु परिवर्तन का स्पष्ट संकेत है।

ग्लोबल वार्मिंग के कारण अंटार्कटिका की बर्फ तेजी से पिघल रही है। इस पिघलती बर्फ की वजह से वहां छोटे पौधे और शैवाल पनपने लगे हैं, जो पहले असंभव माना जाता था। यह हरा बदलाव हमारे ग्रह के भविष्य के लिए गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि यह सीधे जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को दर्शाता है।

बर्फ के पिघलने से तापमान में वृद्धि हो रही है, जिससे वहां की पारिस्थितिकी में परिवर्तन आ रहा है। यह स्थिति यह संकेत देती है कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो इसके विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।

वीरजी साहिब का कहना है कि अंटार्कटिका का हरा होना एक चेतावनी है कि हमें अपने जलवायु संरक्षण के प्रयासों को और तेज करना होगा। हरित वीर जनों से अपील की गई है कि पृथ्वी को सुरक्षित रखने और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में अपनी भूमिका निभाएं।