सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर की ऐतिहासिक अनंत चतुर्दशी पर इस बार झांकी परंपरा का 101वां वर्ष है। हर साल की तरह इस बार भी चल समारोह में लाखों लोग शामिल होंगे। 2018 में इस उत्सव में 5 लाख लोगों ने भाग लिया था, जबकि 2019 में भारी बारिश के बावजूद समारोह नहीं रुका। इस बार अनुमान है कि रिकॉर्ड संख्या में लोग शामिल होंगे।
सुविधाएं बढ़ाने से बढ़ सकती है सहभागिता
इस बार झांकी मार्ग के रहवासी, दुकानदार और प्रबुद्धजनों ने सुझाव दिया है कि अगर प्रशासन और जनप्रतिनिधि बैठने की व्यवस्था, खान-पान, पार्किंग और सुविधाघर जैसी सुविधाएं बेहतर बनाते हैं, तो पिछले सभी रिकॉर्ड टूट सकते हैं। साथ ही, झांकी परंपरा को यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने की भी मांग उठाई जा रही है।
मुख्य सुझाव
- समयबद्ध झांकी: सानंद न्यास के अध्यक्ष जयंत भिसे का कहना है कि झांकियों का समय निर्धारित होना चाहिए ताकि रात 2 बजे तक सभी झांकियां देखी जा सकें।
- महिलाओं की सुरक्षा: खजराना गणेश मंदिर के पुजारी पंडित अशोक भट्ट ने सुझाव दिया कि महिलाओं की सुरक्षा और बैठने की बेहतर व्यवस्था होनी चाहिए।
- पार्किंग और बैठने की व्यवस्था: जयप्रकाश मूलचंदानी ने कहा कि पार्किंग और बैठने की आरामदायक व्यवस्था होनी चाहिए ताकि लोग आराम से झांकियों का आनंद ले सकें।
प्रशासन की तैयारियां
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि इस बार झांकी मार्ग के आसपास बेहतर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, भोजन और पानी के स्टॉल लगाने की अनुमति दी जाएगी और अस्थायी सुविधाघर बनाए जाएंगे। प्रशासन झांकियों के समय निर्धारण पर भी विचार कर रहा है।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस बार 6 स्थानों पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे, साथ ही वॉच टॉवर और सीसीटीवी कैमरों से पूरे मार्ग पर नजर रखी जाएगी। पुलिस सिविल ड्रेस में भी तैनात रहेगी, और नशेड़ी या हुड़दंग करने वालों को तत्काल हिरासत में लिया जाएगा।
इस बार की अनंत चतुर्दशी पर यदि सुविधाओं को बेहतर बनाया जाता है, तो उम्मीद है कि दर्शकों की संख्या का नया रिकॉर्ड बनेगा।