लंदन । कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का प्रभाव ब्रिटेन पर पड़ता नजर आ रहा है। आंकड़े बताते हैं कि ब्रिटेन में 20 में एक से ज्यादा लोगों को कोरोना हो चुका है।आंकड़े साल 2021 के अंतिम सप्ताह के हैं। खास बात है कि मरीजों की संख्या के लिहाज से लंदन की स्थिति ज्यादा खराब नजर आ रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इंग्लैंड में कोरोना की जांच से जुड़े नए नियम जारी किए हैं।

यूके में अनुमानित, 37 लाख लोग कोरोना का शिकार हो चुके हैं, क्योंकि देशभर में ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामले बढ़ गए थे।बीते सप्ताह संख्या 23 लाख पर थी।लंदन में 10 में 1 को कोविड हो चुका है। वहीं, इंग्लैंड में अनुमानित रूप से 15 में से एक व्यक्ति को कोरोना हो चुका है।31 दिसंबर 2021 को खत्म हुए सप्ताह में इंग्लैंड में सभी उम्र के लोगों में कोविड संक्रमण दर का बढ़ना जारी है। स्कूली उम्र के बच्चों और युवाओं में उच्च दर देखी जानी बाकी है।

स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड में सरकार ने हाल ही में कुछ पाबंदियों का ऐलान किया है।यहां 20 में से एक और 25 में से एक व्यक्ति संक्रमित हो चुका है।खास बात है कि पीएम जॉनसन की नई घोषणा के बाद इंग्लैंड में 11 जनवरी से संक्रमित आए एसिम्प्टोमैटिक लोगों को पीसीआर टेस्ट के जरिए पुष्टि की जरूरत नहीं होगी।वहीं, लेटरल फ्लो डिवाइस पर पॉजिटिव नतीजा प्राप्त करने वालों को सेल्फ आइसोलेट होना होगा।यही व्यवस्था गुरुवार से स्कॉटलैं और वेल्स में शुरू होने जा रही है।

हालांकि, पीएम जॉनसन ने इंग्लैंड में कड़ी पाबंदियों के बजाए वैक्सीन कार्यक्रम में तेजी पर ध्यान लगाया है।आंकड़े बताते हैं कि यहां 12 साल से ज्यादा की करीब 60 फीसदी आबादी को अब तक बूस्टर डोज मिल गया है।यूके के अन्य क्षेत्रों में कोरोना के चलते पाबंदियों को कड़ा किया गया है।