मुंबई  । एक ताजे इंटरव्‍यू में कॉमेडी शो ‘भाभीजी घर पर हैं’ में सोमा राठौड़ ने अपने स्‍ट्रगल के दिनों को याद किया। सोमा बताती हैं कि स्‍ट्रगल के दिनों में वह 3 रुपये का नींबू पानी पीकर सुबह-शाम गुजारा करती थीं।

ऐक्‍ट्रेस ने यह भी बताया कि शुरुआती दिनों में उनकी खूब बॉडी शेमिंग  हुई है। उनके बढ़े वजन और मोटी काया को लेकर उन्‍हें खूब ताने मिले हैं।

‘भाभीजी घर पर हैं’ में सोमा मनमोहन तिवारी यानी रोहिताश गौड़ की अम्‍मा बनीं है। वह इसके अलावा ‘जीजा जी छत पर हैं’, ‘लापता गंज’ और ‘नीली छतरी वाले’ जैसे पॉप्‍युलर शोज में भी काम कर चुकी हैं। एक इंटरव्‍यू में सोमा कहती हैं, ‘तब मेरे पास पैसे नहीं होते थे। मैं 100 रुपये लेकर घर से निकलती थी। उसी में सब करना पड़ता था। काम की तलाश में अंधेरी इलाके में भटकती रहती थी।

बोरीवली से अंधेरी ट्रेन से जाती थी। वहां 3 रुपये में नींबू पानी पीती थी। फिर दिनभर ऑडिशन देती थी, मीटिंग के लिए भटकती रहती थी। शाम 8 बजे के करीब जब वापस अंधेरी स्टेशन आती थी तो फिर से 3 रुपये में नींबू पानी पीकर घर आ जाती थी।’ बातचीत के दौरान स्ट्रगल के दिनों में बॉडी शेमिंग झेलने को लेकर भी सोमा का दर्द छलका। वह बताती हैं, ‘लोग बोलते थे कि आप मोटे हैं, हमें पतले लोग चाहिए।

कई बार कहते थे कि हमें बहुत ज्यादा मोटे चाहिए। आप तो कम मोटे हैं। हालत यह थी कि मैं न तो मोटे लोगों की गिनती में आती थी और न ही पतले लोगों के।’ सोमा देश और दुनिया की हेल्‍दी महिलाओं से कहना चाहती हैं कि अक्‍सर इस तरह की बातें कर आपको जतलाया जाता है। लेकिन ऐसी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए।

यह कोई कमजोरी नहीं, बल्‍क‍ि आपकी ताकत है। वैसे, यह पहला मौका नहीं है जब सोमा राठौड़ ने बॉडी शेमिंग और मोटापे को लेकर कुछ कहा है। सोमा की हसरत है कि वह फिल्‍मों में नजर आए।

वह कहती हैं, ‘मैं इंडस्‍ट्री की मदर बनना चाहती हूं। इंडस्ट्री में जो भी फिल्म बने, उसमें जब भी मां के रोल के लिए कास्टिंग हो तो सबकी जुबान पर मेरा ही नाम हो।’ सोमा कहती हैं कि वह पर्दे पर मां के किरदार के साथ अलग-अलग तरह के एक्‍सपेरिमेंट करना चाहती हैं। सोमा राठौड़ गुजरात से ताल्‍लुक रखती हैं।