सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: बॉलीवुड के दिग्गज अमिताभ बच्चन और जया बच्चन ने 1973 में गुपचुप तरीके से शादी की, लेकिन इस शादी के पीछे कई रोचक किस्से हैं। हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जया के पिता, पत्रकार तरुण कुमार भादुड़ी, इस शादी के खिलाफ नहीं थे, बल्कि शादी कराने वाले पंडित ने इसे अस्वीकार कर दिया था।

पंडित की आपत्ति

रिपोर्ट के अनुसार, जया की मां चाहती थीं कि उनकी शादी बंगाली रीति-रिवाज से हो। हालांकि, जब एक बंगाली पंडित को इस काम के लिए बुलाया गया, तो उसने अमिताभ की जाति को लेकर शादी कराने से मना कर दिया। उसका तर्क था कि अमिताभ बंगाली ब्राह्मण नहीं हैं। लेकिन बाद में मामला सुलझा लिया गया और अमिताभ ने सभी रस्मों को निभाया।

गुप्त विवाह की तैयारी

जया के पिता ने बताया कि अमिताभ ने जया की मां को फोन कर शादी की सूचना दी और तुरंत मुंबई बुलाया। शादी को पूरी तरह से गुप्त रखा गया, और यह समारोह मालाबार हिल्स में आयोजित किया गया। शादी के अगले दिन अमिताभ लंदन चले गए और बाद में भोपाल में रिसेप्शन रखा गया।

जया के पिता का समर्थन

जया के पिता ने इस शादी को लेकर कहा, “मुझे कोई कारण बताइए कि मैं उनकी शादी का विरोध क्यों करूँ। अमिताभ एक बहुत अच्छे इंसान हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि जया किसी आम इंसान के प्यार में पड़ेंगी।

इस प्रकार, अमिताभ और जया की शादी एक अनोखी प्रेम कहानी बन गई, जिसमें परिवार और परंपरा के बीच के संघर्षों को पार कर एक नया अध्याय लिखा गया।