सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: जनवरी 2025 में अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप के सामने कई बड़े मुद्दे होंगे, जिनमें सबसे गंभीर है अवैध प्रवासियों की बढ़ती संख्या। अपने चुनाव प्रचार में ट्रंप ने इसे प्राथमिकता बताते हुए कठोर नीतियां अपनाने की बात कही थी। सवाल है कि ट्रंप इस चुनौती से कैसे निपटेंगे।

अमेरिका में हर चौथा प्रवासी अवैध

आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में हर चौथा प्रवासी अवैध है। 2020 के बाद से यह संख्या तेजी से बढ़ी है, जिससे देश के सुरक्षा, संसाधनों और रोजगार पर दबाव बढ़ रहा है। प्यू रिसर्च सेंटर के मुताबिक, 2000 में वैध प्रवासियों की संख्या 24.1 मिलियन थी, जो 2022 में 36.9 मिलियन हो गई। वहीं, अवैध प्रवासियों की संख्या में भी तेजी से वृद्धि देखी गई है।

भारत से अवैध प्रवास का बढ़ता आंकड़ा

अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 तक लगभग 90,000 भारतीय अमेरिकी सीमाओं पर अवैध प्रवेश के प्रयास में पकड़े गए। इनमें से कई लोग मेक्सिको और कनाडा के रास्ते अमेरिका में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। इस प्रक्रिया को ‘डंकी रूट’ कहा जाता है, जिसमें प्रवासी कई देशों की सीमाओं को पार करके अमेरिका पहुंचते हैं।

ट्रंप की सख्त नीति

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध प्रवास पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति की बात कही थी। उन्होंने बिडेन प्रशासन पर भी आरोप लगाया कि उनकी नीतियों के कारण लाखों प्रवासी अमेरिका में प्रवेश कर रहे हैं। ट्रंप का इरादा कठोर नीतियों और कड़े कदमों के जरिए अवैध प्रवास पर लगाम लगाने का है।

क्या ट्रंप के लिए इस समस्या का समाधान आसान होगा?

अवैध प्रवास का मुद्दा न केवल राजनीतिक बल्कि मानवीय दृष्टिकोण भी रखता है। नए कानून बनाना और कड़े कदम उठाना उतना आसान नहीं होगा, खासकर तब, जब कांग्रेस और अन्य संस्थाएं ट्रंप की नीतियों को चुनौती दे सकती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप सीमा पर सख्ती, तकनीक का उपयोग, अधिक सीमा गार्ड्स की तैनाती और प्रवासियों की बायोमैट्रिक जानकारी संग्रह जैसी नीतियां अपनाकर अवैध प्रवास को नियंत्रित करने का प्रयास करेंगे।

बिडेन और ट्रंप की नीतियों में अंतर

जहां ट्रंप प्रशासन की नीति अवैध प्रवास पर कठोर रही है, वहीं बिडेन प्रशासन ने मानवीय दृष्टिकोण से इस मुद्दे को हल करने की कोशिश की। इस कारण कई अवैध प्रवासी अमेरिका में स्थायी रूप से बसने का सपना देखते हैं। अब ट्रंप के नए कार्यकाल में इस दिशा में क्या बदलाव होते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।

क्या ट्रंप इस समस्या का स्थायी समाधान निकाल पाएंगे?

अमेरिका में अवैध प्रवास की समस्या आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से देश को प्रभावित कर रही है। क्या डोनाल्ड ट्रंप इस समस्या का स्थायी समाधान निकाल पाएंगे, या फिर यह समस्या उनके कार्यकाल में भी उतनी ही चुनौतीपूर्ण बनी रहेगी? यह तो समय ही बताएगा।